scorecardresearch
Monday, 4 November, 2024
होमविदेश'पुतिन को चुनौती एक नई घटना’, अमेरिका बोला- रूसी राष्ट्रपति के सत्ता में आई दरार हुई उजागर

‘पुतिन को चुनौती एक नई घटना’, अमेरिका बोला- रूसी राष्ट्रपति के सत्ता में आई दरार हुई उजागर

अमेरिकी विदेश विभाग के आधिकारिक प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, "राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व को सीधे चुनौती देते हुए देखना निश्चित रूप से एक नई बात है. रूस यूक्रेन युद्ध अनिवार्य रूप से झूठ पर आधारित है, जो हम पहले भी कह चुके हैं."

Text Size:

नई दिल्ली: वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद अमेरिका ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व को सीधे चुनौती मिलना एक नई घटना है.

यूक्रेन और वैगनर ग्रुप पर अमेरिका के रुख को लेकर एक मीडिया के प्रश्न का उत्तर देते हुए, अमेरिकी विदेश विभाग के आधिकारिक प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व को सीधे चुनौती देते हुए देखना निश्चित रूप से एक नई बात है. रूस यूक्रेन युद्ध अनिवार्य रूप से झूठ पर आधारित है, जो हम पहले भी कह चुके हैं.”

उन्होंने कहा कि सभी ने देखा कि इस सप्ताह के अंत में क्या हुआ और स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है.

मिलर ने मीडिया से कहा, “मैं अपने आकलन से कहना चाहूंगा कि स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है और यह स्पष्ट नहीं है कि इसका अंतिम प्रभाव क्या होगा.”

विदेश विभाग के प्रवक्ता ने आगे रेखांकित किया कि ब्लिंकन ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए G7 के नेताओं के साथ-साथ तुर्की और पोलैंड के नेताओं से भी मुलाकात की थी.

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “ब्लिंकन ने जी7 के नेताओं से बात की और उन्होंने यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा के अलावा तुर्की और पोलैंड के विदेश मंत्रियों से भी बात की.”

उन्होंने कहा, “हमने आज अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ चर्चा जारी रखी. हमने यूक्रेन से भी इसको लेकर बातचीत की. हमने अपने सहयोगियों और साझेदारों के साथ बातचीत में स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन के लिए हमारा दृढ़ समर्थन बना रहेगा, चाहे रूस में कुछ भी हो जाए.” 

रिपोर्ट में कहा गया है कि शनिवार को बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता से एक समझौते के बाद प्रिगोझिन बेलारूस जाने के लिए सहमत हो गए थे, जिसके बाद सशस्त्र विद्रोह समाप्त हो गया. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि लुकाशेंको ने शनिवार को एक फोन कॉल के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को संक्षिप्त विद्रोह को सुलझाने में मदद करने के लिए समझौते का सुझाव दिया था.

इससे पहले मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वैगनर समूह ने लिपेत्स्क क्षेत्र को छोड़ दिया था, जब उसके प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने मॉस्को की ओर अपनी सेना को जाने से रोकने का फैसला किया था.


यह भी पढ़ें: भारत और अमेरिका का औपचारिक सहयोगी बनना एकजुटता नहीं है, बल्कि इससे दूर की बात है


 

share & View comments