संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और अगस्त माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष टी एस तिरुमूर्ति ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों के लिए गहरी चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि एक बार फिर ‘हम इस युद्ध प्रभावित देश में आतंकवादी शिविरों की वापसी नहीं झेल सकते और इसका भारत पर ‘सीधा असर होगा.’
वर्ष 2021-22 के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य भारत ने पारी के आधार पर अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र के इस शक्तिशाली अंग की अध्यक्षता संभाली है.
तिरुमूर्ति ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अफगानिस्तान की स्थिति सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों के लिए गहरी चिंता का विषय है और हमने हाल के दिनों में देखा है कि (वहां) हिंसा बढ़ती ही जा रही है.’
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि अफगानिस्तान में जनवरी-अप्रैल की तुलना में मई-जून में हिंसा में अधिक लोग हताहत हुए.
यह पूछे जाने पर कि सुरक्षा परिषद अफगानिस्तान में स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए क्या कर सकती है, उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ‘संभवत: सुरक्षा परिषद जितना जल्दी हो सके, इस पहलू पर गौर करेगी.’
तिरुमूर्ति ने कहा कि जहां तक भारत का सवाल है तो भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है, ‘हम स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक एवं स्थिर अफगानिस्तान देखना चाहते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘….. हम इस युद्ध प्रभावित देश में आतंकवादी शिविरों की फिर से वापसी नहीं झेल सकते. और इसका भारत पर सीधा असर होगा.’
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