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Friday, 22 November, 2024
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UK के विदेश सचिव ने कहा- भारतीय उच्चायोग पर हमला खालिस्तानी तत्वों ने किया, यह स्वीकार्य नहीं

सचिव के ने कहा कि हम हमेशा उच्चायोग की सुरक्षा करेंगे, और यूके में सभी विदेशी मिशनों के लिए इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से रोकेंगे और मजबूती से जवाब देंगे.

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लंदन : यूके के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने बृहस्पतिवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमले को लेकर एक बयान में कहा इसे खालिस्तानी तत्वों ने अंजाम दिया, जो कि अस्वीकार्य है.

क्लेवरली ने एक बयान में कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग के कर्मियों के साथ हिंसा का यह कृत्य अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि पुलिस जांच जारी है और यूके की सरकार लंदन में भारतीय उच्चायोग और दिल्ली भारत सरकार से संपर्क में है. बयान में आगे कहा गया है, ‘यूके सरकार भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर मेट्रोपॉलिटन पुलिस के साथ काम कर रही है, और इसके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बदलाव करेगी जैसा कि आज (बुधवार) को प्रदर्शन को लेकर किया.’

संदिग्ध खालिस्तानी समर्थकों ने बुधवार को यूके में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया था. हालांकि, इससे पहले का प्रदर्शन, जिस दौरान भारतीय तिरंगे को नीचे उतारा गया था और खालिस्तानी झंडा फहराने की कोशिश की गई थी, के विरुद्ध पुलिस बैरिकेड्स के घेरे में हुआ था.

यह बयान यूके के विदेश सचिव ने जारी किया है जिसमें कहा गया है, ‘हम हमेशा उच्चायोग की सुरक्षा करेंगे, और यूके में सभी विदेशी मिशनों के लिए इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से रोकेंगे और मजबूती से जवाब देंगे.’

यूके-इंडिया संबधों को विशेष बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों राष्ट्रों के संबंध ‘गहरे निजी संबंधों से’ संचालित हैं और फल-फूल रहे हैं.

बयान में कहा गया है, ‘हमारे संबध, हमारी संयुक्त 2030 रोडमैप गाइड्स के तहत हैं और दिखाते हैं कि नये बाजार और रोजगार पैदा करके, और साझा चुनौतियों के समाधान में मदद कर हम एक-दूसरे के साथ काम करते हुए क्या कुछ हासिल कर सकते हैं.’

सप्ताह के अंत के बाद से, कई वर्दीधारी अफसर एल्डविच एरिया में गश्त कर नजर आए और उच्चायोग की सुरक्षा में मेट्रोपॉलिटन वैन्स तैनात की गई थीं.

इससे पहले बुधवार को, नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर बैरिकेड्स हटा दिए गए.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इससे पहले एक आधिकारक विज्ञप्ति में कहा था कि भारतीय उच्चायोग में तोड़-फोड़ के बाद रविवार रात को यूके के सबसे वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया गया था.

इसमें कमीशन पर ब्रिटिश सुरक्षा के पूरी तरह न होने, जिससे खालिस्तानी समर्थक इसके अंदर जा सके, को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था. इस संबंध में राजनयिक को वियना कन्वेंशन के तहत यूके सरकार के बुनियादी जिम्मेदारियों की याद दिलाई गई.

एमईए की विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘भारत को यूके में भारतीय राजनयिक के परिसर और कर्मियों की सुरक्षा को लेकर ब्रिटिश सरकार उपेक्षा अस्वीकार्य लगती है.’

ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने भारतीय उच्चायोग के बाहर हुई ‘शर्मनाक हरकत’ को पूरी तरह अस्वीकार्य बताते हुए इसकी निंदा की.

भारत में ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था, ‘मैं भारतीय उच्चायोग के परिसर और वहां लोगों के खिलाफ आज हुई शर्मनाक हरकत की निंदा करता हूं- यह पूरी तरह अस्वीकार्य है.’

पिछले रविवार को राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के खिलाफ ब्रिटेन में बसे विविध भारतीय समुदाय से अभूतपूर्व समर्थन मिला है.


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