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Saturday, 23 November, 2024
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ब्रिटेन चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत, लेबर पार्टी की ऐतिहासिक हार

चुनाव प्रचार के दौरान ब्रिटेन में जलियांवाला बाग कांड से लेकर अनुच्छेद 370 का मुद्दा छाया रहा. जॉनसन ने इन मुद्दों को लेकर अपना समर्थन भी किया था.

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लंदन : ब्रिटेन चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया है वहीं लेबर पार्टी की इन चुनावों में ऐतिहासिक हार हुई है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आम चुनाव में शुक्रवार को बहुमत हासिल कर लिया. इस जीत के साथ ही ब्रेग्जिट पर अनिश्चितता खत्म होने की संभावना है और ब्रिटेन की अगले महीने के अंत तक यूरोपीय संघ से अलग होने की राह आसान हो जाएगी.

स्काई न्यूज और बीबीसी के अनुसार, चुनाव नतीजे दिखाते हैं कि बोरिस की अगुवाई वाली कंजर्वेटिव पार्टी ने निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में 650 सीटों में से 326 सीटें जीत ली हैं.

जॉनसन (55) ने कहा कि इस जीत से उन्हें ‘ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने’ और अगले महीने तक ब्रेग्जिट करने का जनादेश मिला है.

ब्रिटेन चुनावों में बोरिस जॉनसन को मिली जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी. उन्होंने लिखा, ‘बहुमत के साथ जीत हासिल कर लौटने पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को बधाई. मैं उन्हें बधाई देता हूं और भारत-यूके एक साथ मिलकर आगे काम करेगा और दोनों देशों के रिश्ते मज़बूत होंगे.’

बोरिस जॉनसन ने इन चुनावों में भारतीय लोगों के बीच हिंदी के गीत के जरिए अपना चुनाव प्रचार किया था. सोशल मीडिया पर वीडियो काफी तेज़ी से साझा की जा रही थी. जिसमें हिंदी में एक गाना गाया है और कहा गया है कि जॉनसन ब्रिटेन के सारे मुद्दों का समाधान कर देंगे जिसमें ब्रेक्सिट भी शामिल है.

एक मिनट 40 सेंकेंड का वीडिया काफी वायरल हो रहा था. गीत इस प्रकार था – ‘बोरिस को हमें जिताना है, इस देश को आज बचाना है.’

चुनाव प्रचार के दौरान ब्रिटेन में जलियांवाला बाग कांड से लेकर अनुच्छेद 370 का मुद्दा छाया रहा. जॉनसन ने इन मुद्दों को लेकर अपना समर्थ भी किया था.

जॉनसन ने इन चुनावों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था, ‘मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी एक नया भारत बना रहे हैं. हम यूके सरकार में रहकर उन्हें पूरा समर्थन कर रहे हैं. इस देश में जातिवाद और भारत विरोधी भावना के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता.’

स्काई न्यूज और बीबीसी के अनुसार, चुनाव नतीजे दिखाते हैं कि बोरिस की अगुवाई वाली कंजर्वेटिव पार्टी ने निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में 650 सीटों में से 326 सीटें जीत ली हैं.

जॉनसन (55) ने कहा कि इस जीत से उन्हें ‘ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने’ और अगले महीने तक ब्रेग्जिट करने का जनादेश मिला है.

ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में शानदार बहुमत के साथ बोरिस जॉनसन फिर से प्रधानमंत्री बन गए हैं. बता दें कि नतीज़ों से पहले शुक्रवार को आए एग्जिट पोल में जॉनसन की भारी जीत के संकेत मिले थे.

बीबीसी,आईटीवी,स्काई एग्जिट पोल के अनुसार, जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी ने लेबर पार्टी के गढ़ में भी सेंध लगाने की संभावना जताई थी.

एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी के मतदाताओं, उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया था.

जॉनसन के पिछले मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री रही भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने कहा, ‘हम प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ब्रेग्जिट हमारी प्राथमिकता है. समझौता तैयार है और हम आगे बढ़ना चाहते हैं.’

लेबर के शेडो चांसलर जॉन मैकडोनेल ने कहा, ‘ब्रेग्जिट इस चुनाव में हावी रहा. अगर नतीजे एग्जिट पोल के करीब रहते हैं तो यह बेहद निराशाजनक नतीजे होंगे.’

यह 1935 के बाद से लेबर पार्टी की सबसे करारी हार है.

यह तकरीबन एक सदी में ब्रिटेन के दिसंबर में हुए पहले आम चुनाव था और मतदाताओं ने ठिठुरती ठंड में घरों से बाहर निकलकर वोट डाला था.

ब्रिटेन के आम चुनावों में भारतीय मूल के उम्मीदवारों की बड़ी जीत

ब्रिटेन में कंजर्वेटिव और लेबर पार्टियों के भारतीय मूल के उम्मीदवारों ने शुक्रवार को आम चुनाव के नतीजों में शानदार जीत दर्ज की. कुछ नये चेहरों के पदार्पण के साथ ही करीब 12 सांसदों ने अपनी-अपनी सीटें बरकरार रखीं.

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चुनाव में जीत दर्ज करते हुए नव वर्ष में ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने की राह आसान कर दी है.

पूर्व की संसद के भारतीय मूल के सभी सांसदों ने अपनी सीटों पर सफलतापूर्वक कब्जा बरकरार रखा. वहीं कंजर्वेटिव पार्टी के लिए गगन मोहिंद्रा और क्लेयर कोटिन्हो तथा लेबर पार्टी के नवेंद्रु मिश्रा पहली बार सांसद बने.

गोवा मूल की कोटिन्हो ने 35,624 मतों के साथ सुर्रे ईस्ट सीट पर जीत दर्ज की. महिंद्रा ने हर्टफोर्डशायर साउथ वेस्ट सीट पर जीत दर्ज की.

आसान जीत के साथ हाउस ऑफ कॉमन्स में लौटने वाले भारतीय मूल के सांसदों में ब्रिटेन की पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल शामिल रही. उनके जॉनसन के नये मंत्रिमंडल में भी जगह बनाने की संभावना है. पटेल ने एस्सेक्स में विदहाम सीट से जीत हासिल की.

उन्होंने कहा, ‘हम प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ब्रेग्जिट हमारी प्राथमिकता है. समझौता तैयार है और हम आगे बढ़ना चाहते हैं.’

वहीं, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक और पूर्व अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री आलोक शर्मा ने भी जीत हासिल की. शैलेश वारा नॉर्थ वेस्ट कैम्ब्रिजशायर से जीते और गोवा मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने फेयरहाम से जीत दर्ज की.

ब्रेग्जिट समर्थक सांसद ब्रेवरमैन ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की टीम का आभार व्यक्त किया.

विपक्षी लेबर पार्टी के लिए ये नतीजे बेहद निराशाजनक रहे लेकिन पिछली संसद के उसके भारतीय मूल के सभी सांसद जीत गए.

लेबर पार्टी के नवेंद्रु मिश्रा ने स्कॉटपोर्ट सीट जीत ली और वह पहली बार संसद जाएंगे. पिछले चुनाव में पहली ब्रिटिश सिख महिला सांसद बनकर इतिहास रचने वाली प्रीत कौर गिल ने बर्मिंघम एडबास्टन सीट पर पुन: जीत हासिल की. पगड़ी पहनने वाले पहले सिख सांसद तनमनजीत सिंह धेसी हाउस ऑफ कॉमन्स में लौटेंगे.

वरिष्ठ सांसद विरेंद्र शर्मा ने 25,678 वोटों से इलिंग साउथहॉल सीट से जीत दर्ज की. अपनी सीट बरकरार रखने वाले अन्य भारतीय मूल के सांसदों में लीजा नंदी और सीमा मल्होत्रा शामिल हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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