थिम्फू (भूटान): भारत और भूटान के संबंध नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, भारत उसके डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने में मदद कर रहा है. द भूटान लाइव ने यह जानकारी दी है.
भारत सरकार ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह भूटान की तीसरे इंटरनेशनल इंटरनेट गेटवे बनाने में मदद करने जा रहा है.
भूटान में भारतीय दूतावास के मुताबिक गेटवे अभियान की लागत कम करने के लिए भारत कम दर पर सुविधा प्रदान करेगा. यह नई पहल भारत-भूटान डिजिटल सहयोग को बढ़ाने का हिस्सा है.
भारत कई सारे टेक्नॉलॉजी पहल को लेकर भूटान के साथ सहयोग कर रहा है. भूटान के सभी 20 जिलों में गांव स्तर पर बैकबोन के तौर पर ऑप्टिकल फाइबर की सुविधा दी गई है. इसे भूटान के फ्लैगशिप प्रोग्राम ‘डिजिटल दुरुकुल’ के तहत किया जा रहा है, द भूटान लाइव ने यह खबर दी है.
भूटान का तीसरा इंटरनेट गेटवे इंटरनेट बैंडविड्थ को बढ़ाएगा, देश के दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ेगा और यूजर्स के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी की लागत कम करेगा.
भूटान की आईसीटी नीति (2009) सुशासन के लिए आईसीटी का उपयोग करने, एक बड़ी सूचना संस्कृति और एक उच्च तकनीक हैबिटेट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
द भूटान लाइव के मुताबिक, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भूटान सरकार भारत में अपने समकक्षों के साथ लगातार काम कर रही है.
इससे पहले, भारतीय दूतावास ने डिजिटल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के विभिन्न तरीकों पर चर्चा करने के लिए भूटान के प्रमुख प्रौद्योगिकी और इनोवेटिव विशेषज्ञों के साथ एक प्रौद्योगिकी गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया था.
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