नई दिल्ली: भारत में अमेरिका के अंतरिम चार्ज डि अफेयर्स के रूप में नियुक्त किए गए वरिष्ठ करियर राजनयिक अतुल केशप ने अपनी मां ज़ो काल्वर्ट के साथ एक तस्वीर ट्वीट करके अपनी नियुक्ति का जश्न मनाया. उनकी मां भी 1958-1960 के बीच नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत के लिए प्रस्थान से पहले, मैं अपनी मां का आशीर्वाद लेने के लिए शार्लोट्सविले के घर गया.’
Before departure for #India, I went home to #Charlottesville to seek my Mother’s blessings. She served in the #ForeignService at the U.S. Embassy in New Delhi 1958-1960. ?? pic.twitter.com/XexoEMERpu
— Atul Keshap (@USAmbKeshap) June 29, 2021
50 साल के केशप, जो बिडेन प्रशासन द्वारा नियुक्त किए जाने वाले नए भारतीय-अमेरिकी दूत हैं.
मंगलवार को एक बयान में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह ‘इस भूमिका में अपने अनुभवों का उपयोग करेंगे’; जिससे उनकी नियुक्ति से भारत-अमेरिका की करीबी साझेदारी और भी मजबूत होगी. केशप को राजदूत डेनियल स्मिथ की सेवानिवृत्ति के बाद नियुक्त किया गया था.
केशप ने अमेरिकी राजनयिक के रूप में 27 सालों तक काम किया है. वह पहले नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में और दक्षिण एशिया के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने हाल ही में पूर्वी एशियाई और प्रशांत मामलों के ब्यूरो के लिए प्रिंसिपल डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी के रूप में कार्य किया, और श्रीलंका व मालदीव में अमेरिकी राजदूत के रूप में भी कार्य किया है.
2018 में, उन्हें हिंद महासागर क्षेत्र में अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने में उनके नेतृत्व के लिए विदेश विभाग के सर्वोच्च सम्मान, विशिष्ट सम्मान पुरस्कार में से एक प्राप्त हुआ.
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पिता संयुक्त राष्ट्र के विकास अर्थशास्त्री थे, मां ने विदेश सेवा में दी सर्विस
केशप का जन्म जून 1971 में नाइजीरिया में हुआ था. उनके पिता का नाम केशप चंदर सेन था जिनका जन्म पंजाब में हुआ था. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के विकास अर्थशास्त्री के रूप में कार्य किया था. उनकी मां काल्वर्ट की मुलाकात उनके पिता से लंदन में हुई थी और उन्होंने शादी कर ली थी. इसके पहले उनकी मां अमेरिकी विदेश सेवा में सर्विस करती थीं. उन्होंने 1958 से 1960 के बीच भारत में अमेरिकी दूतावास में भी अपनी सेवाएं दी थीं.
केशप चार भाई बहनों में से एक हैं. इनका बचपन लेसोथो, जाम्बिया, अफगानिस्तान और ऑस्ट्रिया जैसे देशों में गुज़रा.
केशप ने 2018 में कहा, ‘मेरे माता-पिता की सर्विस और मेरी परवरिश ने मुझे अमेरिकी मूल्यों के प्रति दृढ़ समर्पित बनाया और प्रतिबद्धता पैदा की जिसकी वजह से मैं विदेश सेवा में करियर बनाने की ओर प्रेरित हुआ. केशप की पत्नी करेन भी विदेश सेवा की अधिकारी हैं.
केशप ने 1994 में विदेश सेवा को ज्वाइन किया. वह 2008-10 के बीच अंतर्राष्ट्रीय संगठन मामलों के ब्यूरो में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के निदेशक और 2005-08 से नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में डिप्टी पॉलिटिकल काउंसिलर थे.
2010 से 2012 के बीच वह दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान और मालदीव के निदेशक रहे. 2012 से 2013 तक उन्होंने पूर्वी एशियाई और प्रशांत मामलों के ब्यूरो में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग के लिए अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी के रूप में विदेश विभाग में कार्य किया.
अपने वर्तमान असाइनमेंट से पहले, उन्होंने 2018 से 2019 तक नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी, फोर्ट मैकनायर, वाशिंगटन, डीसी में कॉलेज ऑफ इंटरनेशनल सिक्योरिटी अफेयर्स के वाइस चांसलर के रूप में कार्य किया.
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