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Saturday, 21 December, 2024
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क्वार्टर फाइनल में हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हुईं तीरंदाज दीपिका, महिला हॉकी टीम से उम्मीदें बरकरार

भारतीय महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी क्वार्टरफाइनल में कोरिया की अन सान से हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गई हैं. जबकि भारतीय महिला हॉकी टीम ने आयरलैंड पर जीत दर्ज कर उम्मीदें बरकरार रखी हैं.

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टोक्यो: भारतीय महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी क्वार्टरफाइनल में कोरिया की अन सान से 0 – 6 से हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गई हैं. सान ने पहला सेट 30-27, दूसरा 26-24 और तीसरा 26-24 से जीता. तीनों सेट में जीत की बदौलत सान को 6 प्वाइंट मिले.

वहीं महिला हॉकी टीम ने अभी उम्मीदें बरकरार रखी हैं. भारतीय महिला हॉकी टीम ने ‘करो या मरो ’ के मैच में शुक्रवार को आयरलैंड को 1 . 0 से हराकर तोक्यो ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखीं .

बता दें कि दीपिका ने शुक्रवार सुबह शानदार आगाज किया था. दुनिया की नंबर एक तीरंदाज ने पूर्व विश्व चैम्पियन रूसी ओलंपिक समिति की सेनिया पेरोवा को रोमांचक शूट आफ में हराकर महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था. जिसके बाद दीपिका कुमारी के साथ भारत को भी एक और मेडल की उम्मीद जग गई थी.

लेकिन क्वार्टर फाइनल में दीपिका अपनी जीत का सिलसिला जारी नहीं रख पाईं.

इससे पहले प्री क्वार्टर फाइनल में दीपिका ने रूस की सेनिया पेरोवा को शूटआउट में 6-5 से हराया था. उस मैच में दीपिका ने पहला सेट 27-25 से जीता, जबकि दूसरा सेट सेनिया ने 27-26 से जीत लिया. तीसरे सेट में सेनिया ने 28-27 से जीत दर्ज की. इसके बाद चौथे सेट में दीपिका ने वापसी की और 26-26 की बराबरी की. दीपिका ने पांचवां सेट 28-25 से जीता. मुकाबला शूटआउट में गया. इसमें दीपिका ने 10 प्वाइंट लिए जबकि सेनिया 8 प्वाइंट ही ले पाईं.

पांच सेटों के बाद स्कोर 5 . 5 से बराबरी पर था. दीपिका ने दबाव का बखूबी सामना करते हुए शूटआफ में परफेक्ट 10 स्कोर किया और रियो ओलंपिक की टीम रजत पदक विजेता को हराया.

एक तीर के शूटआफ में शुरूआत करते हुए रूसी तीरंदाज दबाव में आ गई और सात ही स्कोर कर सकी जबकि दीपिका ने दस स्कोर करके मुकाबला 6 . 5 से जीता . दीपिका की 2017 विश्व चैम्पियन के खिलाफ तीन मैचों में यह पहली जीत है .

तीसरी बार ओलंपिक खेल रही दीपिका ओलंपिक तीरंदाजी स्पर्धा के अंतिम आठ में पहुंचने वाली पहली भारतीय तीरंदाज बन गई.

दीपिका और अन सान का सामना इसी जगह पर टोक्यो 2020 टेस्ट टूर्नामेंट में 2019 में हुआ था लेकिन भारतीय खिलाड़ी को पराजय का सामना करना पड़ा था.

दीपिका ने कहा, ‘अब आगे और कठिन होता जायेगा. मुझे बेहतर प्रदर्शन करना होगा. उम्मीद है कि ऐसा कर सकूंगा. नर्वस होने पर जीत नहीं पाऊंगी. ’

सेनिया के खिलाफ 4 . 2 और 5 . 3 से बढत बनाने के बावजूद मुकाबला शूटआफ तक जाने के बारे में उन्होंने कहा ,‘ मैं नर्वस हूं . मैने शुरूआत अच्छी की लेकिन ओलंपिक का दबाव होता है . ’

आयरलैंड को हराकर भारतीय महिला हॉकी टीम ने उम्मीदें बरकरार रखीं

आखिरी मिनटों में नवनीत कौर के गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने ‘करो या मरो ’ के मैच में शुक्रवार को आयरलैंड को 1 . 0 से हराकर तोक्यो ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखीं .

पहले तीन क्वार्टर गोलरहित रहने के बाद नवनीत ने मैच का एकमात्र गोल 57वें मिनट में किया . इससे पहले भारत को मिले 14 पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए .

भारत को तीन मैचों में करारी हार के बाद भारत को इस मैच में हर हालत में जीत दर्ज करनी थी लेकिन विजयी गोल के लिये टीम को 57 मिनट तक इंतजार करना पड़ा . भारतीय खिलाड़ियों ने गोल करने के कई मौके बनाये लेकिन फिनिशिंग तक नहीं ले जा सके .

इससे पहले भारत को दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड ने 5 . 1 से, जर्मनी ने 2 . 0 और गत चैम्पियन ब्रिटेन ने 4 . 1 से हराया. भारत को शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जीतने के साथ गोल औसत भी बेहतर रखना होगा. इसके साथ ही उन्हें दुआ करनी होगी कि शनिवार को ब्रिटेन की टीम आयरलैंड को हरा दे . दोनों पूल से शीर्ष चार टीमें क्वार्टर फाइनल खेलेंगी.

हूटर से तीन मिनट पहले कप्तान रानी रामपाल ने नवनीत के लिये मौका बनाया जिसने मुस्तैदी से गेंद को गोल के भीतर डालते हुए टीम का ओलंपिक अभियान जल्दी खत्म होने से बचा लिया.

भारत ने आक्रामक शुरूआत की और आयरलैंड के गोल पर कई हमले बोले . पिछले तीन मैचों की ही तरह फॉरवर्ड पंक्ति लय तलाशने के लिये जूझती दिखी. पहले हाफ में भारत का पूरी तरह से दबदबा रहा और इस दौरान दस पेनल्टी कॉर्नर बने लेकिन आयरलैंड की गोलकीपर आयशा मैफारेन ने मुस्तैदी से बचा लिया .

भारत को पहले क्वार्टर में एक मिनट रहते दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन नतीजा सिफर . दूसरे क्वार्टर में आयरलैंड की टीम ने आक्रामक खेल दिखाया और 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर भी बनाया जिसे भारतीय गोलकीपर सविता ने बचा लिया.

हाफटाइम से ठीक पहले भारत ने पांच पेनल्टी कॉर्नर गंवाये . दूसरे हाफ की शुरूआत में मिले तीन पेनल्टी कॉर्नर भी बेकार गए. भारतीयों ने हौसला नहीं छोड़ा और 39वें मिनट में शर्मिला देवी अकेले मिडफील्ड से गेंद लेकर सर्कल में घुस गई लेकिन उनकी रिवर्स फ्लिक हिट को मैकफेरान ने रोक लिया .

आखिर में सीटी बजने से तीन मिनट पहले नवनीत के गोल पर भारतीय खेमे और कोच शोर्ड मारिन ने राहत की सांस ली.


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