काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को भारी दबाव और बढ़ते प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया. उन्होंने हालात संभालने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन बैठक में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शन मंगलवार को भयावह हो गए. द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक, हिंसा के चलते त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) को पूरी तरह बंद करना पड़ा.
Amid escalating protest by Gen Z, Prime Minister KP Sharma Oli has announced resignation from his post.https://t.co/6z68ebDvvZ
— República (@RepublicaNepal) September 9, 2025
जनकपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालय, मुख्यमंत्री कार्यालय और कई इमारतों को आग के हवाले कर दिया. काठमांडू में भी लगातार हिंसक प्रदर्शन जारी रहे.
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री ओली के निजी आवास के बाहर प्रदर्शन किया और वहां भी आगजनी की. सोमवार को हुई 19 प्रदर्शनकारियों की मौत को लेकर जवाबदेही की मांग और तेज़ हो गई थी.
द हिमालयन टाइम्स के अनुसार, नेपाली कांग्रेस का केंद्रीय कार्यालय (सानेपा) भी मंगलवार दोपहर तोड़फोड़ का शिकार हुआ. ललितपुर के च्यासल में सीपीएन-यूएमएल के दफ्तर पर भी हमला हुआ, जहां प्रदर्शनकारियों ने खिड़कियां तोड़ीं, पत्थर फेंके और आग लगा दी.
भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. हालांकि, अधिकारियों ने कहा था कि सुरक्षा बलों को संयम बरतने और गोली न चलाने के आदेश थे, फिर भी द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक, गोलियां चलने और लोगों के घायल होने की खबरें आईं.
इस बीच, Gen-Z द्वारा नेतृत्व किए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों ने और जोर पकड़ लिया है. द काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरंग के घर को आग के हवाले कर दिया, उप प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री बिष्णु पौडेल और नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर बिस्व पौडेल के घरों पर पथराव किया गया, वहीं पूर्व गृहमंत्री रमेश लेखक के घर पर भी हमला हुआ.
अब तक कम से कम 19 लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं.
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