वाशिंगटन: लद्दाख में हिंसक झड़प में भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत को लगातार अमेरिका समर्थन मिल रहा है. एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प के संदर्भ में कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने के इरादे से झड़प शुरू की. इसके अलावा भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने लद्दाख में मारे जाने वाले भारतीय सैनिकों के प्रति सहानिभूति जताई है.
The U.S. Mission in India sends our heartfelt condolences to the families of the soldiers who were lost at Galwan. Their bravery and courage will not be forgotten. #USIndia https://t.co/gtGR4gSxoG
— Ken Juster (@USAmbIndia) June 19, 2020
भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने भी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के ट्वीट को शेयर करते हुए भारत के प्रति अपनी सहानिभूति जताई है. जस्टर ने ट्वीट में लिखा है, ‘भारत में अमेरिकी मिशन गालवान में जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है. उनकी बहादुरी और साहस को भुलाया नहीं जा सकेगा.’
माइक पोम्पियों ने लिखा है, ‘हम चीन के साथ हालिया टकराव के परिणामस्वरूप जान गंवाने वाले लोगों परिवारों के प्रति प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम सैनिकों के परिवारों, प्रियजनों और समुदायों को याद करेंगे क्योंकि वे दुःखी हैं.’
सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैकोनेल ने बृहस्पतिवार को विदेश नीति पर सदन में कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि पीएलए ने जमीनी क्षेत्र हड़पने के मकसद से चीन और भारत के बीच 1962 में हुए युद्ध के बाद की सबसे हिंसक झड़प के लिए उकसाया.’
गलवान घाटी क्षेत्र में सोमवार रात दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में एक कर्नल और 19 अन्य भारतीय सैन्यकर्मी मारे गए. चीन के सरकारी मीडिया ने चीनी पक्ष में भी जवानों के हताहत होने की बात स्वीकार की है लेकिन संख्या नहीं बताई.
मैकोनेल ने कहा, ‘दुनिया को इससे अधिक स्पष्ट उदाहरण नहीं मिल सकता है कि चीन अपनी सीमा के भीतर लोगों से क्रूरता कर रहा है और दुनिया के नक्शे को पुन: तैयार करके अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहा है और अपने हिसाब से उसे बदलने की कोशिश कर रहा है.’
शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा कि ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ ने कोरोनावायरस महामारी का इस्तेमाल हांगकांग में अपने दमनकारी कदमों को छुपाने और क्षेत्र में अपना नियंत्रण एवं प्रभाव बढ़ाने के लिए किया है.
उन्होंने कहा, ‘समुद्र में उसने जापान में सेनकाकु द्वीप के निकट कदम आगे बढ़ाए हैं. आसमान में, चीनी विमान विभिन्न समय पर ताइवानी वायुक्षेत्र में घुसे हैं.’
इस बीच, सांसद जिम बैंक्स ने भारतीय दूरसंचार नेटवर्क से हुआवेई और जेडटीई को प्रतिबंधित करने के भारत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘… भारत डरेगा नहीं. समझदारी से लिया गया मजबूत फैसला.’
(भाषा के इनपुट्स के साथ)