नई दिल्ली: कतर की एक अदालत ने गुरुवार को 8 भारतीयों को फांसी की सजा सुनाई है. यह सभी लोग कतर की कंपनी अल दहारा में कार्यरत थे. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा कि देश सभी तरह के कानूनी विकल्पों की तलाश में लगा है.
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “फांसी की सजा से हम पूरी तरह हैरान हैं और हमें विस्तृत फैसले का इंतजार है. हम सभी लोगों के परिवार जनों से संपर्क में हैं.”
बता दें कि काफी लंबे समय से आठ लोग कतर की हिरासत में थे. एक रिपोर्ट के अनुसार यह सभी भारतीय नौसेना में काम कर चुके थे. इनका नाम है कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश.
यह सभी अल दहारा के लिए काम करते थे जो कि एक निजी कंपनी है जो कतर के सशस्त्र बलों को प्रशिक्षण प्रदान करती है.
मंत्रालय ने कहा कि इस मामले पर पूरी तरह से नजर बनी हुई है. वहीं राजनयिक और कानूनी मदद मुहैया कराते रहेंगे.
मंत्रालय ने कहा कि कतर प्रशासन के साथ भी इस मामले पर बात की जाएगी. वहीं मामले की गोपनीयता के कारण इस पर अभी ज्यादा कहना ठीक नहीं होगा.
यह भी पढ़ें: पुतिन की मंजूरी का इंतजार, रूस की काउंसिल ने परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि तोड़ने का बिल किया पास