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Sunday, 17 November, 2024
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अब किताबें पढ़नी नहीं है, स्टोरीटेल आपको सुना रहा है पसंदीदा लेखकों की कहानियां

अंग्रेज़ी और विश्व साहित्य के कई क्लासिक और लोकप्रिय लेखकों की किताबें हिंदी में सुनी जा सकती है. भारत में फिलहाल इस ऐप पर 12 भाषाओं में 2 लाख से अधिक ऑडियोबुक व ई- बुक उपलब्ध हैं.

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पिछले कुछ समय में भारत में भी किताबें सुनने का ट्रेंड उभरा है. मेट्रो में, सुबह शाम पार्क में और एयरपोर्ट पर इंतज़ार करते हुए कानों में ईयर फ़ोन डाले जो लोग आपको दिखाई देते हैं उनमें से कई अब म्यूज़िक नहीं किताबें सुन रहे होते हैं. कोविड महामारी और लॉकडाउन के दौरान लोग जिस तरह बहुत लम्बे समय तक घरों में बंद हो गये, उस समय में ऑडियोबुक्स उनके लिए न सिर्फ़ किताबें पढ़ने के एक नए तरीक़े के रूप में उभरी हैं. जो लोग अकेले रहते हैं उनके लिए यह एकांत की साथी बन गई हैं और जो फ़ैमिली के साथ रहते हैं उनके लिए एक पारिवारिक मनोरंजन की तरह.

ऐसे में दुनिया की सबसे बड़ी सब्सक्रिप्शन-बेस्ड ऑडियोबुक सर्विस स्टोरीटेल भारतीय भाषाओं में किताबें सुनने वालों के लिए एक नया सब्सक्रिप्शन स्टोरीटेल सेलेक्ट लेकर आयी हैं जिसके तहत आप अपनी भाषा में चाहे जितनी किताबें, ऑडियो सीरीज, प्ले, नॉवल, कहानियां सुन सकते हैं.

हिंदी में स्टोरीटेल का कैटेलोग काफ़ी बड़ा और विविध है. ‘चंद्रकांता’, ‘गोदान’, ‘राग दरबारी’, ‘आधा गाँव’,’मृत्युंजय,’ ‘महासमर’ ‘संस्कृति के चार अध्याय’ जैसी क्लासिक किताबों के अलावा हिंदी के सबसे बड़े क्राइम राइटर्स सुरेंद्र मोहन पाठक और वेद प्रकाश शर्मा के उपन्यास और नई वाली हिंदी के बेस्टसेलर युवा लेखकों दिव्य प्रकाश दुबे, सत्य व्यास, नीलोत्पल मृणाल, निशांत जैन की किताबें बेहतरीन प्रोफेशनल नैरेटर्स की आवाज़ में सुनी जा सकती हैं.

ऑडियो बुक्स स्टोरी टेल पर ये किताबें भी सुनी जा सकती हैं

स्टोरीटेल के पब्लिशिंग मैनेजर गिरिराज किराडू नैरेटर्स को ऑडियोबुक की जान मानते हैं. ‘प्रकाश राज, क़ोंकना सेन शर्मा, अनुपम खेर ने बेहतरीन कहानियां पढ़ी हैं. कुमार विश्वास की आवाज़ में धर्मवीर भारती का सदाबहार रोमांटिक उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’, अभिनेत्री शाश्विता शर्मा की आवाज़ में प्रेमचंद का ‘गोदान’ और प्रसिद्ध थिएटर डायरेक्टर प्रियंका शर्मा के निर्देशन में ‘ध्रुवस्वामिनी’ और ‘जिस लाहौर नई देख्या ओ जम्म्या ई नहीं’ जैसे नाटक सुनना एक अलग ही अनुभव है.

अंग्रेज़ी और विश्व साहित्य के कई क्लासिक और लोकप्रिय लेखकों की किताबें हिंदी में सुनी जा सकती है. शशि थरूर की ‘अंधकार काल’ और ‘मैं हिंदू क्यूँ हूँ?, ख़ुशवंत सिंह की आत्मकथा और उनका उपन्यास ‘पाकिस्तान मेल’ और अरुंधति रॉय का नॉवल ‘अपार ख़ुशियों का घराना’ तो इनमें शामिल है ही तोलसतोय, काफ़्का, चेखव, टैगोर, शरत, जैसे ऑल टाइम ग्रेट भी हैं. इस कैटेलोग में निर्मल वर्मा, कृष्णा सोबती, मनोहर श्याम जोशी, उदय प्रकाश जैसे ज्ञानपीठ और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कई महत्वपूर्ण लेखक शामिल हैं.

ऐप पर राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, भारतीय ज्ञानपीठ, प्रभात प्रकाशन, डायमंड बुक्स, हिंद युग्म जैसे हिंदी के टॉप प्रकाशकों की किताबें ऑडियोबुक के रूप में सुनी जा सकती हैं.

स्टोरीटेल की सर्विस स्तरीय पुस्तकों के ऑडियो संस्करणों के साथ-साथ अपनी ओरिजिनल ऑडियो सीरीज़ के लिए भी जानी जाती है. स्टोरीटेल की हिंदी ओरिजिनल प्रकाशक प्रियंवदा रस्तोगी ने बताया कि कि क्राइम, रोमांस और चिल्ड्रन कैटेगरी में पचास से अधिक ऑडियो सीरीज़ सुनी जा सकती हैं जो एक्सलूसिव रूप से सिर्फ़ स्टोरीटेल पर ही उपलब्ध हैं. लेटेस्ट सीरेज ‘विद्युत: एक सुपरहीरो’ है जिसे ‘नागराज और डोंगा’ जैसे अमर किरदार गढ़ने वाले अनुपम सिन्हा ने लिखा है.

नवम्बर 2017 को भारत में लॉन्च हुआ स्टोरीटेल एक ऑडियोबुक व ई- बुक ऐप है. इसका मुख्यालय स्वीडन के स्टॉकहोम शहर में है, और इसकी सर्विस दुनिया भर के 25 देशों में उपलब्ध है.

भारत में फिलहाल इस ऐप पर 12 भाषाओं में 2 लाख से अधिक ऑडियोबुक व ई- बुक उपलब्ध हैं. स्टोरीटेल के कंट्री मैनेजर, योगेश दशरथ के अनुसार, ‘हम देख रहे थे कि पिछले कुछ दिनों में अंग्रेजी से इतर अन्य भाषाओं में ऑडियो बुक का कंजम्पशन दोगुना हो गया है. ऐसे में हम इन उपभोक्ताओं को उनके कंजप्शन के अनुसार ही पैसे देने का विकल्प देना चाहते थे. कहानियों के माध्यम से लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ना ही स्टोरीटेल का उद्देश्य है. ऐसे में क्षेत्रीय भाषाओं का प्लान भारत के लिए अत्यंत उपयुक्त है.’

(दिप्रिंट वैल्यूऐड इनीशिएटिव कंटेंट पेड और स्पॉन्सर्ड आर्टिकिल है. दिप्रिंट के पत्रकारों की इसे लिखने या इसकी रिपोर्टिंग करने में कोई भूमिका नहीं है.)

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