लखनऊ: उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित लखनऊ खादी प्रदर्शनी-2025 का उद्घाटन बुधवार को संपन्न हुआ. मंडल स्तरीय इस खादी प्रदर्शनी का उद्घाटन दोपहर 2:00 बजे प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने किया. यह प्रदर्शनी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की विविधता को प्रदर्शित कर रही है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा रही है. कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर, गोमती नगर में किया गया है.
उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित यह दस दिवसीय मंडल स्तरीय खादी प्रदर्शनी-2025, 18 दिसंबर से 28 दिसंबर तक चलेगी. प्रदर्शनी का उद्देश्य मंडल स्तर के खादी एवं ग्रामोद्योग कारीगरों और उनके उत्पादों को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराना है.
प्रदर्शनी में खादी वस्त्र, हस्तशिल्प, चमड़े के सामान, मिट्टी के बर्तन, बांस की कलाकृतियां और जैविक उत्पाद एक ही छत के नीचे प्रदर्शित और बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए हैं. लगभग 50 स्टॉलों पर लगाए गए इन उत्पादों के माध्यम से उपभोक्ता सीधे स्थानीय कारीगरों से खरीदारी कर रहे हैं, जिससे कारीगरों के आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा मिल रहा है.
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य केवल उत्पादों की बिक्री को प्रोत्साहित करना ही नहीं, बल्कि युवाओं को ग्रामोद्योग की ओर आकर्षित करना भी है. उत्तर प्रदेश में खादी एवं ग्रामोद्योग क्षेत्र से लाखों परिवार जुड़े हुए हैं और यह प्रदर्शनी ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अनुरूप एक सार्थक पहल के रूप में सामने आई है.
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही हैं, जहां कारीगर अपनी कला और अनुभव साझा कर रहे हैं. खादी बोर्ड की यह पहल प्रदेश सरकार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है. खादी बोर्ड द्वारा प्रदेश भर में मंडल स्तर पर इस तरह की प्रदर्शनियों का आयोजन लगातार किया जा रहा है.
