scorecardresearch
Monday, 17 November, 2025
होमरिपोर्टउत्तराखंड महोत्सव में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘लोकपरंपराएं हमारी जड़ों को बचाए रखती हैं’

उत्तराखंड महोत्सव में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘लोकपरंपराएं हमारी जड़ों को बचाए रखती हैं’

सीएम योगी ने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव देश की एकता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है. उन्होंने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए उत्तराखंड महापरिषद को बधाई दी.

Text Size:

लखनऊ: लखनऊ में आयोजित 10 दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव-2025 में रविवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हुए. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने लोककला, लोकगीत और लोकसंस्कृति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि संकट के समय इतिहास को जीवित रखने का काम लोक परंपराएं ही करती हैं.

सीएम योगी ने कहा कि भारत के कई गौरवशाली क्षण विदेशी इतिहासकारों के कारण दर्ज नहीं हो सके, लेकिन लोकगायन और परंपराएं उन पन्नों को संभालकर रखती हैं. उन्होंने कहा कि लोकसंस्कृति के प्रति गर्व होना चाहिए और उसे संरक्षित करने के लिए मंच भी देना होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा, यमुना, सरयू और शारदा जैसी नदियां उत्तराखंड से निकलकर उत्तर प्रदेश की धरती को उपजाऊ बनाती हैं. उन्होंने बताया कि देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बड़ी संख्या में जवान भी उत्तराखंड से आते हैं. सीएम योगी ने कहा कि ऐसे महोत्सव हमारी लोककला और लोकसंस्कृति को जीवित रखने के लिए जरूरी हैं, वरना तेज़ रफ्तार जीवन में लोग अपनी जड़ों से दूर हो जाएंगे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसंस्कृति को संरक्षित करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विज़न का हिस्सा है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की सराहना करते हुए कहा कि वे इस भावना को पूरे देश में आगे बढ़ा रहे हैं.

सीएम योगी ने कहा कि विभिन्न राज्यों में काम करने वाला उत्तराखंड का नागरिक अपनी देशभक्ति और समन्वय की क्षमता के कारण स्थानीय संस्कृति में सहज रूप से घुल-मिल जाता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और अवध की संस्कृति का संगम इस महोत्सव में दिखता है.

योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से जुड़े कई ऐतिहासिक व्यक्तित्वों—पं. गोविंद वल्लभ पंत, हेमवती नंदन बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी और स्वतंत्रता सेनानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली—को याद किया. सीएम ने कहा कि देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड की ही देन हैं.

महोत्सव में डॉ. सुरेश चंद्र फुलारा, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ. मंजू बाला, डॉ. चंद्र मोहन नौटियाल और प्रो. दीवान एस. रावत को सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोककला को आगे बढ़ाने वाले कलाकारों को सम्मानित करना जरूरी है.

सीएम योगी ने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव देश की एकता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है. उन्होंने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए उत्तराखंड महापरिषद को बधाई दी.

कार्यक्रम में प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल सहित कई जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई. मुख्यमंत्री ने ‘उत्तराखंड दर्पण स्मारिका: वसुधैव कुटुंबकम्’ और महोत्सव के कैलेंडर का भी विमोचन किया.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्तराखंड की पारंपरिक लोकसंस्कृति की झलक प्रस्तुत की गई.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यूनेस्को द्वारा लखनऊ को वर्ल्ड क्रिएटिव सिटी (खानपान श्रेणी) में शामिल किया जाना राज्य सरकार के प्रयासों का परिणाम है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में तैयार किए गए विस्तृत प्रस्ताव और प्रक्रियाओं की सराहना की. शेखावत ने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आत्मा, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत को सहेजने वाला आयोजन है.

share & View comments