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Wednesday, 8 October, 2025
होमरिपोर्टबेटियों ने संभाली जिम्मेदारी, प्रदेशभर में नवजात कन्याओं का हर्षोल्लास से स्वागत

बेटियों ने संभाली जिम्मेदारी, प्रदेशभर में नवजात कन्याओं का हर्षोल्लास से स्वागत

प्रदेश में जन्मी 500 से अधिक नवजात बालिकाओं का सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में विधिवत पूजन के साथ स्वागत किया गया.

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लखनऊ: मिशन शक्ति 5.0 के तहत अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह में बुधवार को पूरे प्रदेश में अनूठे आयोजन हुए. कहीं बेटियाँ ‘एक दिन की जिलाधिकारी’ बनकर प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाती दिखीं, तो कहीं अस्पतालों में ‘कन्या जन्मोत्सव’ के माध्यम से नवजात बालिकाओं का हर्षोल्लास से स्वागत किया गया. इन आयोजनों ने न केवल बेटियों के प्रति समाज की सोच बदली, बल्कि उनके आत्मविश्वास और सपनों को भी नया आयाम दिया.

प्रदेश भर की 350 से अधिक बालिकाओं को जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पुलिस अधीक्षक जैसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई. बालिकाओं ने विभागीय बैठकों में हिस्सा लिया, योजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. महिला सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल संरक्षण और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर उनके सुझावों ने सभी को प्रभावित किया.

प्रदेश में जन्मी 500 से अधिक नवजात बालिकाओं का सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में विधिवत पूजन के साथ स्वागत किया गया. नवजात बेटियों और माताओं को उपहार स्वरूप वस्त्र, फल, पौष्टिक आहार और शुभकामना कार्ड भेंट किए गए.

कन्या जन्मोत्सव को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से जोड़ा गया. इस योजना के तहत नवजात बालिकाओं को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक छह चरणों में आर्थिक सहायता दी जाती है. परिवारों को योजना की पात्रता और लाभों की जानकारी दी गई, ताकि हर बेटी का भविष्य सुरक्षित हो. जिलाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने अस्पतालों में जाकर माताओं और नवजात बेटियों का सम्मान किया और जन्म के अनुरूप पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण और बेटी बचाओ संदेश को भी आगे बढ़ाया.

मिशन शक्ति 5.0 के पांचवें चरण में 22 सितंबर से अब तक 14.08 लाख लोगों को जागरूक किया गया, जिसमें महिलाएं, पुरुष, बालक और बालिकाएं शामिल हैं. यह अभियान नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए नई क्रांति का प्रतीक बन रहा है.

महिला एवं बाल विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव लीना जोहरी ने कहा, “मिशन शक्ति का उद्देश्य हर बेटी को यह विश्वास दिलाना है कि वह अपने सपनों तक सीमित न रहे, बल्कि उन्हें साकार करने की शक्ति भी उसके भीतर है. यह अनुभव उनके जीवन में प्रेरणा बनेगा और भविष्य में उन्हें समाज की दिशा बदलने की ताकत देगा.”

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