गुवाहाटीः शिवसेना के एक और विधायक दिलीप लांडे ने शुक्रवार को गुवाहाटी के होटल में बागी मंत्री एकनाथ शिंदे को ज्वाइन कर लिया है. शिंदे ने कहा है कि उनके पास 38 विधायकों का समर्थन है.
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो बागी विधायक गुवाहाटी में रुके हुए हैं वे पार्टी को तोड़ना चाहते हैं.
चूंकि एकनाथ शिंदे पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत करते जा रहे हैं और उनके साथ के विधायकों की संख्या 38 हो गई है, इसलिए उद्धव ठाकरे ने पार्टी के जिला प्रमुखों की मीटिंग बुलाई थी जिसमें उन्होंने कहा कि हमने वर्षा बंगला छोड़ दिया है लेकिन लड़ने की जिजीविषा नहीं.
मीटिंग में वर्चुअल संबोधन में शिवसेना चीफ ने कहा, ‘बागी विधायक पार्टी को तोड़ना चाहते हैं. मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा. मैंने वर्षा बंगला छोड़ दिया है लेकिन लड़ने की जिजीविषा नहीं.’
शिंदे को टारगेट करते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने बागी नेताओं के लिए सब कुछ किया और यहां तक कि उनके खिलाफ तमाम आरोप भी लगाए गए.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने बुधवार रात को आधिकारिक निवास को छोड़ दिया है और परिवार सहित अपने निजी घर मातोश्री में शिफ्ट हो गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैंने एकनाथ शिंदे के लिए सब कुछ किया. मैंने उन्हें वह विभाग दिया जो मेरे पास था. उनका खुद का बेटा सांसद है और मेरे बेटे पर टिप्पणियां की जा रही हैं. मेरे खिलाफ भी तमाम आरोप लगाए जा रहे हैं. अगर उनमें हिम्मत है तो बिना बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना का नाम लिए लोगों के बीच में जाएं.’
ठाकरे, जिनका पिछले साल सरवाइकल स्पाइन सर्जरी हुई है उन्होंने कहा, ‘मेरी गर्दन और सिर में दर्द था. मैं ठीक तरह से काम नहीं कर पा रहा था. मैं अपनी आंखें भी नहीं खोल पा रहा था लेकिन मैंने इसकी चिंता नहीं की. शिवाजी महाराज को हार का मुंह देखना पड़ा था लेकिन लोग उनके साथ हमेशा खड़े थे.’
उन्होंने यह भी कहा कि बागी विधायकों ने बहुत ही गलत कदम उठाया है और एमवीए सरकार अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.