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Tuesday, 8 July, 2025
होमरिपोर्टएयर इंडिया क्रैश मामला: शुरुआती जांच के बाद AAIB ने रिपोर्ट सौंपी, ICAO प्रोटोकॉल के तहत जांच जारी

एयर इंडिया क्रैश मामला: शुरुआती जांच के बाद AAIB ने रिपोर्ट सौंपी, ICAO प्रोटोकॉल के तहत जांच जारी

ICAO के दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी भी हस्ताक्षरकर्ता देश को हादसे के 30 दिनों के भीतर एक प्रारंभिक रिपोर्ट दाखिल करनी होती है. यह रिपोर्ट जांच के शुरुआती निष्कर्षों पर आधारित होती है.

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नई दिल्ली: पिछले महीने हुए एयर इंडिया क्रैश पर एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली है, दिप्रिंट को जानकारी मिली है.

यह रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों को सौंप दी गई है, जो तय प्रक्रिया के तहत किया गया है. यह रिपोर्ट जांच के शुरुआती निष्कर्षों पर आधारित है. मंत्रालय की तरफ से अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

एविएशन क्षेत्र से जुड़े उच्च स्तरीय सूत्रों ने पुष्टि की है कि सभी नियमों का पालन किया जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय मानकों का ध्यान रखा गया है.

एक सूत्र ने बताया, “12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया हादसे की जांच में AAIB अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन कर रहा है. इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) द्वारा तय सभी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.”

इससे पहले फ्लाइट डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग वाला ब्लैक बॉक्स जांच के लिए दिल्ली स्थित AAIB लैब भेजा गया था.

ICAO के दिशानिर्देशों के अनुसार, भारत एक हस्ताक्षरकर्ता देश होने के नाते किसी भी विमान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर सौंपने के लिए बाध्य है. सभी विमान हादसों की जांच ICAO के अनुच्छेद 13 और एयरक्राफ्ट (इंवेस्टिगेशन ऑफ एक्सिडेंट्स एंड इंसिडेंट्स) रूल्स, 2017 के तहत की जाती है.

12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल भवन से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई थी. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा.

हादसे के बाद मंत्रालय ने कहा था कि इस दुर्घटना की दो स्तरों पर जांच की जा रही है. तकनीकी पहलुओं की जांच AAIB कर रहा है, जबकि अन्य पहलुओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है.

AAIB की जांच एजेंसी के डायरेक्टर जनरल के नेतृत्व में हो रही है, जिसमें एक एविएशन मेडिसिन विशेषज्ञ, एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अधिकारी और अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं. यह प्रतिनिधि निर्माण और डिज़ाइन वाले देश (यानी अमेरिका) से होते हैं, जैसा कि इस तरह की जांच में आवश्यक होता है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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