लखनऊ: पिछले छह दिनों से पूरे देश भर में उन्नाव कांड की चर्चा है. हर ओर से पीड़िता को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में कई सख्त निर्देश दिए. फिर काफी फजीहत होने के बाद बीजेपी ने भी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निकालने की घोषणा कर दी. इस बीच विपक्ष ने सवाल उठाया कि सीएम योगी पीड़िता को देखने अभी तक क्यों नहीं पहुंचे. ऐसे में हमने पड़ताल करते हुए सीएम योगी व सीएम ऑफिस के ट्वीटर टाइमलाइन व कार्यक्रम शेड्यूल पर नजर डाली तो पाया कि उन्होंने ट्रिपल तलाक, अयोध्या व दूसरे मुद्दों पर तो अपनी बात रखी लेकिन पीड़िता को लेकर न कोई बयान आया और न ही वह खुद अभी तक मिलने गए.
विपक्ष ने उठाए सवाल
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय लल्लू ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सेंगर को सरकार की ओर से संरक्षण दिया जा रहा था तभी इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया. वहीं मुख्यमंत्री को एक हफ्ते में इतना टाइम भी नहीं मिला कि वह जिंदगी-मौत के बीच जंग लड़ रही पीड़िता को देखने चले जाएं.’
वहीं सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन का कहना है, ‘मुख्यमंत्री ने शुरुआत से पीड़ित परिवार की मदद की होती तो ऐसा होता ही नहीं. वह तो अभी तक पीड़िता को देखने जाने का वक्त भी नहीं निकाल पाए हैं.गोरखपुर गए, अयोध्या गए लेकिन अभी पीड़िता को देखने लखनऊ मेॆ ही नहीं गए.’
घटना के बाद से सीएम योगी का शेड्यूल
उन्नाव मामले की पीड़िता के साथ बीते रविवार ये हादसा हुआ जब वह अपने रिश्तेदार व वकील के साथ के साथ चाचा से मिलने रायबरेली जेल जा रही थी. इस दौरान पीड़िता की गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मार दी जिसके बाद से वह लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती है. जिस दिन ये हादसा हुआ उस दिन लखनऊ में इन्वेस्टर समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी थी. वहीं अगले दिन पूर्व राज्यपाल राम नाईक की विदाई का समारोह व नई राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का स्वागत कार्यक्रम था. लिहाजा सीएम योगी उसमें व्यस्त रहे. सीएम ऑफिस के ट्वीटर हैंडल पर इसकी तस्वीरें भी साझा की गईं हैं.
गवर्नर साहब की पुस्तक चरैवेति चरैवेति अत्यंत प्रेरणादायी है। ये पुस्तक सूचना विभाग प्रत्येक पुलिस अधिकारी, विधायक व जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराए : मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath pic.twitter.com/dEmfTmD3Hy
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 28, 2019
सीएम नई राज्यपाल से मिलने उनके आवास भी गए
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath नवनियुक्त राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel के लखनऊ आगमन पर एयरपोर्ट पर स्वागत करते हुए। pic.twitter.com/JQpL7NVjjT
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 29, 2019
30 जुलाई को सीएम योगी की ओर से महराजगंज के थाना-फरेन्दा के ग्राम-चिलवारी में करंट लगने से 5 लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया. इसका ट्वीट भी टाइमलाइन पर मौजूद है. वहीं तब तक उन्नाव कांड की चर्चा देश भर में शुरू हो चुकी थी.
इस बीच लखनऊ स्थित लोक भवन मीडिया सेंटर में एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण और आईजी लखनऊ एस के भगत की प्रेस कांफ्रेंस हुई जिसे सीएम ऑफिस के हैंडल से भी ट्वीट किया गया.
अगले दिन पीड़िता के परिजन धरने पर बैठ गए.
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव व कांग्रेस के तमाम नेता पीड़िता को देखने पहुंच चुके थे. काफी समझाने के बाद पीड़िता के परिजन माने. इसके बाद यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और फिर सरकार की मंत्री स्वाति सिंह भी पीड़िता का हालचाल लेने पहुंचीं. परिजनों को इंतजार सीएम योगी का भी था. वह अस्पताल में रो-रो कर कह रहे थे कि अब उनकी कोई सुनने वाला नहीं रहा.
ट्रिपल तलाक पर महिला सशक्तिकरण की बात कही
इस बीच राज्यसभा में ट्रिपल तलाक बिल पास हो गया जिसको लेकर सीएम योगी ने एक न्यूज़ एजेंसी को बाइट दी और महिला सशक्तिकरण से जुड़े कई ट्वीट भी किए.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath ने जनपद
महराजगंज के थाना-फरेन्दा के ग्राम-चिलवारी में करंट लगने से 5 लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की शान्ति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त
परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 29, 2019
अपने बयान में उन्होंने नारी गरिमा और सम्मान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष के बीच में किसी प्रकार का भेदभाव न हो, भारतीय संविधान में जाति, मत, मजहब, लिंग या किसी भी अन्य आधार पर किसी भी प्रकार के भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं.
तीन तलाक बिल किसी मत,मजहब और जाति के लिए नहीं है बल्कि नारी गरिमा और उनके सम्मान की रक्षा के लिए आवश्यक था,
मैं महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का धन्यवाद करता हूं और मुझे उम्मीद है कि हम इस दिशा में अनवरत बढ़ते रहेंगे। pic.twitter.com/3r9rbOFJvK— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 30, 2019
अगले दिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फटकार लगाते हुए कई सख्त निर्देश दे दिए जिसके बाद आनन फानन में बीजेपी की ओर से सेंगर को पार्टी से निकाले जाने की घोषणा हुई.
इस बीच कोरियाई डेलीगेशन से मुलाकात की और फिर गुरुवार 1 अगस्त को गोरखपुर रवाना हो गए.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath ने जनपद गोरखपुर के भौवापार में श्री मुंजेश्वरनाथ शिव मंदिर के सौन्दर्यीकरण के लिए कराए जाने वाले कार्यों का शिलान्यास किया। इसी क्रम में #UPCM ने पर्यटन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग की विभिन्न योजनाओं का भी शिलान्यास व लोकार्पण किया।@uptourismgov pic.twitter.com/gZDQ0jWs7Q
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 1, 2019
सीएम योगी ने गोरखपुर में तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और गोरखधाम मंदिर में रात्रि विश्राम किया. गोरखपुर में इस मामले पर मीडिया से उन्होंने कोई बात नहीं की.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath ने जनपद सुल्तानपुर में सड़क दुर्घटना में 2 पुलिस उप निरीक्षकों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत लोगों की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।@dmsultanpur
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 2, 2019
अगले दिन2 अगस्त को सुल्तानपुर में हुए एक सड़क हादसे में मारे गए 2 पुलिस उपनिरक्षकों पर दुख जताया व घायलों का ठीक से इलाज कराने के निर्देश दिए. शुक्रवार को उन्होंने रूस भ्रमण से संबंधित एक बैठक में हिस्सा लिया और शनिवार यानि आज वह आयोध्या रवाना हो गए. अयोध्या में उन्होंने भगवान श्रीराम की बन रही सबसे ऊंची प्रतिमा के प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया.
इस मौके पर उन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर कहा, ‘हम पहले से जानते थे मंदिर मस्जिद केस को सुलझाने में मध्यस्थता की कोशिश बेकार होंगी. पहले भी मध्यस्थता की कोशिशें नाकाम रहीं.’
पत्रकारों की कोशिशों के बावजूद उन्नाव मामले में वह कुछ भी बोलने से बचते दिखाई दिए.
UP CM in Ayodhya: SC had constituted a 3 member team for mediation (Ayodhya land dispute), it was unsuccessful, we knew already mediation would lead to nothing but attempts for mediation is good. Mediation attempts were made before Mahabharat too, but their result was unfruitful. pic.twitter.com/Vj0T6Wdwk8
— ANI UP (@ANINewsUP) August 3, 2019
महिला सांसदों की चुप्पी पर भी सवाल
सोशल मीडिया पर इस मामले में बीजेपी की महिला नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं.
बीजेपी की 38 महिला सांसद #UnnaoKiBeti पर हो रहे अन्याय के बारे में चुप क्यों हैं?
क्या एक विधायक 38 महिला सांसदों पर भारी है?
क्यों ये महिला सांसद @narendramodi पर दबाव नहीं बना रही हैं?
क्या सत्ताधारी पार्टी की इन महिला सांसदों का देश की आधी आबादी के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है?— Alok Agarwal (@iAlokAgarwal) July 31, 2019
बीजेपी में स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी, रीता जोशी समेत आठ महिला सांसद यूपी से हैं. किसी भी ओर से इस मामले में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है.
ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि जब सूबे के सरदार और सरकार में महिला प्रतिनिधि जो बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा लगाती रहती है वही बेटियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर चुप्पी साध लेगी तब बेटियां कैसे आगे बढ़ेंगी.