बेंगलुरु: सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार 2023 वायनाड भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए केरल में जमीन खरीदने और घर बनाने के फैसले को लेकर कड़ी आलोचना का सामना कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जो राज्य में मुख्य विपक्षी दल है, ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास कर्नाटक में विकास कार्यों के लिए धन नहीं है, लेकिन वह पड़ोसी राज्य पर “करदाताओं के पैसे की बर्बादी” कर रही है.
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सिद्धारमैया सरकार, जो “भ्रष्टाचार के कारण अपनी सीट बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है, कन्नड़िगों के कर के पैसे को [कांग्रेस] हाई-कमांड नेताओं को खुश करने के लिए बर्बाद कर रही है…”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार केरल में भूस्खलन से प्रभावित लोगों को बसाने में लगी है, लेकिन उसके पास किसानों को फसल खराब होने पर मदद देने, दूषित दवाओं से गर्भवती महिलाओं की मौत पर परिवारों को मुआवजा देने या बेंगलुरु की टूटी सड़कों की मरम्मत के लिए पैसा नहीं है.
ಕೇರಳಕ್ಕೆ ಉಪಕಾರಿ; ಕರ್ನಾಟಕಕ್ಕೆ ಮಾರಿ
ಭ್ರಷ್ಟಾಚಾರದ ಕಳಂಕ ಮೆತ್ತಿಕೊಂಡು, ಭಂಡತನದಿಂದ ಖುರ್ಚಿ ಉಳಿಸಿಕೊಳ್ಳಲು ಹೆಣಗಾಡುತ್ತಿರುವ ಸಿಎಂ @siddaramaiah ನವರ ಸರ್ಕಾರ, ಹೈಕಮಾಂಡ್ ನಾಯಕರನ್ನು ಮೆಚ್ಚಿಸಲು ಕನ್ನಡಿಗರ ತೆರಿಗೆ ಹಣವನ್ನು ಪೋಲು ಮಾಡುತ್ತಿದೆ.
ಅಕಾಲಿಕ ಮಳೆಯಿಂದ ಬೆಳೆ ಹಾನಿಗೊಳಗಾಗಿ ಸಂಕಷ್ಟದಲ್ಲಿರುವ ರೈತತರಿಗೆ ಪರಿಹಾರ… pic.twitter.com/6ac53suDKf
— R. Ashoka (@RAshokaBJP) December 11, 2024
बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस सरकार वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रही है, क्योंकि वायनाड लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व प्रियंका गांधी वाड्रा कर रही हैं, और इससे पहले राहुल गांधी करते थे.
अशोक का यह पोस्ट कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के उस पत्र पर प्रतिक्रिया थी, जो उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को लिखा था. पत्र में सिद्धारमैया ने पूछा था कि भूस्खलन प्रभावितों के लिए 100 घर बनाने के उनके प्रस्ताव पर अब तक कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं मिली.
सिद्धारमैया ने पत्र में लिखा, “यह चिंताजनक है कि इस परियोजना को लागू करने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश या निर्देशों को लेकर केरल सरकार की ओर से कोई संवाद नहीं मिला है, जिससे हमारी प्रतिबद्धता पर आगे बढ़ने में बाधा आ रही है.” यह पत्र मंगलवार को आधिकारिक तौर पर साझा किया गया.
“इस काम को आसान बनाने के लिए, मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरी सरकार प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए घर बनाने के लिए ज़रूरी ज़मीन खरीदने के लिए तैयार है, ताकि इस काम में जल्दी प्रगति हो सके,” सिद्धारमैया ने लिखा.
इस साल की शुरुआत में वायनाड लोकसभा उपचुनाव के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए प्रचार करते हुए, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने बांदीपुर टाइगर रिजर्व में 24.7 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात के समय यातायात प्रतिबंध पर चर्चा होने की संभावना का संकेत दिया था.
करीब 25 किलोमीटर लंबा वह रास्ता, जो केरल के वायनाड और कर्नाटक के चमराजनगर को जोड़ता है, दोनों दक्षिणी राज्यों के बीच विवाद का कारण बना हुआ है. शिवकुमार के 2009 के प्रतिबंध को लेकर दिए गए सुझाव ने विपक्ष को सत्ताधारी पार्टी पर हमला करने का और मौका दे दिया, जिन्होंने कांग्रेस सरकार पर गांधी परिवार को राज्य के हितों से ऊपर रखने का आरोप लगाया.
कांग्रेस ने वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित परिवारों के लिए घर बनाने का प्रस्ताव देने के अपने फैसले का बचाव किया. कांग्रेस एमएलसी एम. नागराजू यादव ने बुधवार को इंडिया टुडे से कहा, “बीजेपी के शासनकाल में एक भी घर नहीं बनाया गया. संकट में पड़ें पड़ोसी राज्यों की मदद करना संघीय प्रणाली की भावना है.”
हालांकि दोनों पार्टीयां इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन केरल में कांग्रेस और सीपीआई (एम) राजनीतिक दृष्टिकोण से एक-दूसरे के विपरीत हैं.
फरवरी में, सिद्धारमैया सरकार ने केरल के वायनाड के पुलपल्ली गांव के एक व्यक्ति के परिवार को 15 लाख रुपये का मुआवजा तुरंत दिया था, जिसे “कर्नाटक का हाथी” रौंदकर मार डाला था. उस समय राहुल गांधी वायनाड से सांसद थे और इस कदम को उनकी पहल पर उठाए जाने का आरोप लगाया गया था.
सिद्धारमैया के पिनाराई विजयन को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए, कर्नाटका भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मंगलवार को ‘X’ पर लिखा, “कर्नाटका की सड़कों पर तार से ज्यादा गड्ढे हैं, निवेश तेलंगाना जा रहे हैं, उत्तर कर्नाटका उपेक्षित है, और बेरोज़गारी बढ़ रही है. फिर भी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, जो पहले केरल में घर बनाने का वादा कर चुके थे, अब इसके लिए ज़मीन खरीदने की बात कर रहे हैं? सर, आप कर्नाटका के लोगों के लिए काम कर रहे हैं या गांधी परिवार के लिए?”
Karnataka’s roads have more potholes than tar, investments are slipping to Telangana, North Karnataka remains neglected, and unemployment is rising. Yet, CM @siddaramaiah, who earlier promised to build houses in Kerala, now wants to double down by buying land to facilitate this?… pic.twitter.com/5kz747kb5V
— Vijayendra Yediyurappa (@BYVijayendra) December 10, 2024
कांग्रेस ने 2023 विधानसभा चुनावों से पहले किए गए पांच गारंटियों को पूरा करने के लिए अपने पूरे राज्य बजट का लगभग एक चौथाई हिस्सा अलग रखा है, जिससे इसे चुनावी वादों को पूरा करने के लिए संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ा है.
इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए फंड की कमी ने कांग्रेस के भीतर कुछ असंतोष को जन्म दिया है, और कुछ विधायकों ने खुले तौर पर गारंटियों को वापस लेने की मांग की है. नवंबर के आखिरी हफ्ते में, कर्नाटका कांग्रेस के विधायक एच.आर. गवियप्पा ने मुख्यमंत्री से कुछ गारंटियों को वापस लेने का अनुरोध किया.
“गारंटी योजनाओं के कारण गरीबों को घर देने में कठिनाई हो रही है. हम मुख्यमंत्री से दो-तीन योजनाओं को छोड़ने की भी मांग कर रहे हैं, जो जरूरी नहीं हैं. अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री इस पर क्या कहते हैं,” गवियप्पा ने विजय नगर में एक सार्वजनिक बैठक में कहा था.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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