नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को केंद्र सरकार के अर्थव्यवस्था संभालने के तौर तरीकों पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि अब ‘पप्पू’ कौन है?
2022-23 के लिए अतिरिक्त अनुदान की मांगों पर लोकसभा में टीएमसी नेता ने अपनी बात रखी है. मोइत्रा ने नरेंद्र मोदी सरकार पर भारत के विकास के बारे में ‘झूठ’ फैलाने का आरोप लगाया और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण करने की अपील की.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी किए गए नए आंकड़ों का हवाला देते हुए, मोइत्रा ने दावा किया कि अक्टूबर में देश का औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत घटकर 26 महीने के निचले स्तर पर आ गया, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र, जो अभी भी ‘नौकरियों का सबसे बड़ा उत्पादक है’ 5.6 प्रतिशत ग्रहण किए हुए है.
उन्होंने आगे कहा, ‘इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) बनाने वाले उद्योग क्षेत्रों में से 17 में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. एक साल में विदेशी मुद्रा भंडार में 72 अरब डॉलर की गिरावट आई है.’
एनएसओ द्वारा जारी आईआईपी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2022 में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 5.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले 3.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी.
मोइत्रा ने कहा, ‘इस सरकार और सत्तारूढ़ दल ने पप्पू शब्द को गढ़ा है. आप इसका इस्तेमाल अत्यधिक अक्षमता को दर्शाने और बदनाम करने के लिए करते हैं लेकिन आंकड़ें बताते हैं कि असली पप्पू कौन हैं.’
उन्होंने हाल ही में हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष अपने गृह राज्य को नहीं बचा पाए . उसने पूछा ‘अब असली पप्पू कौन है?’
हिमाचल प्रदेश बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह राज्य है और चुनाव में कांग्रेस ने वहां अपनी सरकार बनाई है. राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 40, बीजेपी ने 25 और निर्दलीयों ने तीन सीटें जीती हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान कहा, ‘कैसे उभरते बाजारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों का 50 प्रतिशत प्रवाह भारत में आ रहा है, लेकिन सरकार ने एक प्रश्न के उत्तर में पिछले शुक्रवार को सदन को बताया कि 2022 के पहले 10 महीनों में लगभग 2 लाख लोगों ने अपनी भारतीय नागरिकता त्याग दी है.’
उन्होंने कहा, ‘2022 का यह पलायन 2014 से पिछले नौ वर्षों में इस सरकार के तहत भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की कुल संख्या को 12.5 लाख से अधिक कर देता है.’
उन्होंने पूछा, ‘क्या यह स्वस्थ अर्थव्यवस्था या स्वस्थ टेक्स वातावरण (देश में) का संकेत है?’ तो अब पप्पू कौन है?’ टीएमसी सदस्य ने आरोप लगाया कि आज देश में ‘आतंक का माहौल’ है जिसमें प्रवर्तन निदेशालय की ‘तलवार’, ‘व्यापारियों और उच्च-नेट वर्थ व्यक्तियों’ के साथ-साथ विपक्षी दलों के नेताओं पर लटकी हुई है.
मोइत्रा ने आरोप लगाया, ‘सत्तारूढ़ दल सांसदों को सैकड़ों करोड़ रुपए में खरीदता है और फिर भी विपक्ष के सदस्य प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच के दायरे में आने वाले 95 प्रतिशत सांसदों का प्रतिनिधित्व करते हैं.’
उन्होंने सरकार पर प्रधानमंत्री मोदी के तहत भारत की विकास की कहानी का झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि 2016 में नोट बंदी के जरिए लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहे क्योंकि नकदी ‘अभी भी राजा’ है और नकली मुद्रा से बाहर निकलना अभी भी एक दूर का सपना है.
उन्होंने कहा, ‘यह सरकार हमें हर फरवरी महीने में विश्वास दिलाती है कि इस देश की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी चल रही है, हम सबसे तेजी से बढ़ते सबसे कुशल वैश्विक खिलाड़ी हैं, सभी को रोजगार, सिलेंडर, बिजली और पक्के घर मिल रहे हैं. यह झूठ आठ से 10 महीने तक उड़ता है और इसके बाद सच लंगड़ाकर सामने आता है.’
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