नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को न्यायपालिका पर दबाव बनाने के भारतीय जनता पार्टी के आरोपों पर सवाल पूछे जाने पर भड़क गए. गांधी ने पत्रकारों के सावलों पर अडाणी मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला.
#WATCH | Delhi: Congress leader Rahul Gandhi answers on BJP allegations of "Congress pressurising judiciary" and speaks on Adani row as he arrives at the AICC office. pic.twitter.com/U18YTLrkbQ
— ANI (@ANI) April 4, 2023
पूर्व सांसद ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) हेडक्वार्टर्स पहुंचने पर ये बातें कही, जहां वह आने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की सूची को लेकर बैठक करने पहुंचे हैं.
एआईसीसी हेडक्वार्टर्स पहुंचने पर राहुल गांधी से पत्रकारों ने जब बीजेपी के आरोपों पर कि कांग्रेस न्यायपालिका पर दबाव बना रही के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया, ‘आप क्यों हर वक्त वही बात कहते हैं जो बीजेपी कहती रहती हैं.’
उन्होंने कहा, ‘बहुत साधारण सी बात है कि अडाणी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ कहां से आए, ये किसके हैं? क्या ये बेनामी हैं, यह किसका पैसा है?’
एआईसीसी हेडक्वाटर्स पर राहुल गांधी के साथ डीके शिवकुमार, वीरप्पा मोइली, रणदीप सुरजेवाला, डीके सुरेश, प्रियांक खड़गे और मोहसिना किदवई जैसे कई नेता भी पहुंचे हैं.
कर्नाटक में 10 मई को चुनाव की तारीख तय की गई है और वोटों की गिनती 13 मई को होगी.
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब राहुल गांधी कई पार्टी नेताओं के साथ सूरत कोर्ट जा रहे थे, जिसे बीजेपी ने ‘न्यायपालिका पर दवाब बनाने’ कोशिश करार दिया था.
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘मोदी सरनेम’ पर टिप्पणी को लेकर अदालत द्वारा 23 मार्च को सुनाए गए मानहानि मामले में सजा के खिलाफ कई पार्टी नेताओं के साथ गुजरात कोर्ट अपील करने गये थे.
उनके साथ उनकी बहन और पार्टी की नेता प्रियंका गांधी भी थीं. साथ ही राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी थे. गुजरात की सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को मानहानि मामले में जमानत दे दी है.
वायनाड के पूर्व सांसद को कर्नाटक में 2019 में मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने को लेकर मानहानि मामले में 23 मार्च को चीफ ज्यूडिशियल जिला मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा ने दोषी ठहराते हुए 2 साल जेल की सजा सुनाई थी.
यह मामला कर्नाटक के कोलार में अप्रैल 2019 में एक रैली से जुड़ा है, जहां राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि, ‘क्यों सभी चोरों का सरनेम मोदी होता है?
दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट के 2013 के बनाए गए नियम के मुताबिक 24 मार्च को डिस्क्वालीफाइड कर दिया गया था. इस नियम के तहत कोई सांसद व विधायक जिसे 2 साल या उससे ज्यादा की सजा मिली हो तो वह स्वत: ही डिस्क्वालिफाइड हो जाता है.
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