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Tuesday, 12 November, 2024
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मध्य प्रदेश में मतदान आज- शिवराज, कमलनाथ, विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा की अहम सीटों पर लड़ाई का हाल

शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतरे हैं. कांग्रेस ने उनके खिलाफ अभिनेता विक्रम मस्तल को खड़ा किया है. 40 वर्षीय मस्तल ने 2008 के टीवी धारावाहिक 'रामायण 2' में 'हनुमान' की भूमिका निभाई थी.

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नई दिल्ली : जैसा कि मध्य प्रदेश में आज महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, मुख्य लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ समेत दोनों पार्टियों के कई प्रमुख नेता मैदान में हैं.

यहां उन प्रमुख युद्ध क्षेत्रों की एक झलक दी गई है जो राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देंगे.

शिवराज सिंह चौहान को उनकी पार्टी ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने उनके खिलाफ अभिनेता विक्रम मस्तल को खड़ा किया है. 40 वर्षीय मस्तल ने 2008 के टीवी धारावाहिक ‘रामायण 2’ में ‘हनुमान’ की भूमिका निभाई थी.

छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ जो कि उनका गृह क्षेत्र है, भाजपा के छिंदवाड़ा जिले के भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष विवेक बंटी साहू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

कमल नाथ 2019 में छिंदवाड़ा से भाजपा के साहू को 25,837 वोटों के अंतर से हराकर उपचुनाव जीता था. मुख्यमंत्री के रूप में कमल नाथ का कार्यकाल उनकी पार्टी के सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया के विद्रोह के बाद मार्च 2020 में समाप्त हो गया, जिसके कारण राज्य में शिवराज सिंह चौहान की सरकार वापस सत्ता में आई गई थी.

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह अपने ‘परिवार’ के गढ़ राघौगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि, ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के बीजेपी खेमे में शामिल होने से मुकाबला पेचीदा हो सकता है.

सिंधिया, जो अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हैं, ने दिग्विजय सिंह के चचेरे भाई मूल सिंह के बेटे हिरेंद्र सिंह उर्फ ​​बंटी बन्ना को भाजपा के खेमे में शामिल कर लिया है. राघौगढ़ से जयवर्धन सिंह के खिलाफ बीजेपी ने बंटी बन्ना को मैदान में उतारा है.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पार्टी के दिग्गजों में से एक, जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य में चुनाव लड़ने के लिए चुना है, इंदौर-1 निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. इंदौर के पूर्व महापौर को कांग्रेस के संजय शुक्ला के खिलाफ खड़ा किया गया है.

हालांकि, शुक्ला ने 2018 का विधानसभा चुनाव इंदौर-1 से जीता था, लेकिन यह निर्वाचन क्षेत्र परंपरागत रूप से भाजपा का गढ़ रहा है.

भाजपा के एक और कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंगपुर से मैदान में उतारा गया है. केंद्रीय मंत्री ने अपने भाई जालम सिंह पटेल की जगह ली है, जो एक ही सीट से दो बार जीते थे.

कांग्रेस ने लाखन सिंह पटेल को मैदान में उतारा है, जो नरसिंगपुर में प्रह्लाद सिंह पटेल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. लाखन इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के जालम सिंह पटेल से लड़ाई हार गए थे. पटेल समुदाय के प्रभुत्व वाला नरसिंहपुर इस चुनाव में खास अहमियत रखता है.

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. मिश्रा का मुकाबला कांग्रेस के अवधेश नायक से है, जो आरएसएस के पूर्व पदाधिकारी हैं. भाजपा से दो बार विधायक रहे मिश्रा ने 2018 विधानसभा में कांग्रेस की भारती राजेंद्र को 72,209 वोटों से हराया था.

लहार विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने कांग्रेस के गोविंद सिंह के मुकाबले में अंबरीश शर्मा को मैदान में उतारा है. सिंह के नाम लहार से लगातार सात जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड है. बीजेपी कांग्रेस के इस गढ़ में सेंध लगाना चाहती है.

राज्य में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी.


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