गुरुग्राम: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली अपनी ही सरकार पर हमला बोला है और सामूहिक बलात्कार के आरोपों को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली के इस्तीफे की मांग की है.
सोमवार की सुबह विज ने एक्स पर एक पोस्ट में संकेत दिया कि सीएम सैनी के करीबी लोगों ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में उनकी प्रतिद्वंद्वी चित्रा सरवारा का समर्थन किया होगा, जो अंबाला कैंट में उनके बाद दूसरे स्थान पर रहीं थीं.
उन्होंने लिखा, “आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों चित्र मौजूद हैं. आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नज़र आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा भाजपा की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं. ये रिश्ता क्या कहलाता है..? तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए है तो फिर प्रश्न उठता है भाजपा उम्मीदवार की मुखालवत किसने करवाई?”
आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं उनकी फ़ेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों चित्र मौजूद हैं। आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा भाजपा की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं।
ये रिश्ता क्या कहलाता… pic.twitter.com/xCqEl1znw8— Anil Vij Minister Haryana, India (@anilvijminister) February 3, 2025
सोनीपत के गोहाना में रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए विज ने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए बडौली पर पूछे गए सवाल में कहा कि सामूहिक बलात्कार का आरोपी पार्टी में महिलाओं के साथ बैठक कैसे कर सकता है.
कुछ दिनों पहले भी उन्होंने हिमाचल पुलिस की जांच पूरी होने तक बडौली से राज्य भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का आग्रह किया था. उन्होंने टिप्पणी की थी कि सोनीपत से आने वाले और राई से पूर्व विधायक बडौली के खिलाफ आरोप “बहुत गंभीर” हैं और उन्हें यकीन है कि भाजपा आलाकमान जल्द ही कोई कार्रवाई करेगा.
विज ने रविवार को कहा, “आईपीसी की धारा 376डी (एक से अधिक लोगों द्वारा महिला से बलात्कार) के तहत आरोपी कोई व्यक्ति महिलाओं के साथ बैठक कैसे कर सकता है?”
उन्होंने कहा, “अब हम यह नहीं कह सकते कि भाजपा में महिलाओं पर प्रतिबंध है. असल में हम उनका प्रतिनिधित्व 30 प्रतिशत बढ़ा रहे हैं. ऐसी स्थिति में धारा 376डी के तहत आरोपी कोई व्यक्ति प्रदेश अध्यक्ष नहीं रह सकता.”
विज ने आगे कहा, “हमारे वरिष्ठ नेताओं पर भी आरोप लगे हैं. लालकृष्ण आडवाणी पर एक बार (हवाला डायरी मामले में) आरोप लगे थे और उन्होंने तुरंत इस्तीफा दे दिया था. मोहन लाल बडौली आडवाणी से तो बड़े नहीं हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. मेरा दृढ़ विश्वास है कि पार्टी की शुचिता और सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए बडौली को तुरंत पद छोड़ देना चाहिए — चाहे वह इसे स्वीकार करें या न करें, यह उन पर निर्भर है.”
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ हाल ही में किए गए उनके आक्षेपों के बारे में पूछे जाने पर हरियाणा के मंत्री ने कहा, “अगर उनके नेतृत्व में कमियां हैं, तो मैं समय आने पर उन्हें इंगित करूंगा.”
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी चिंताओं का समाधान नहीं होने पर वह इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं, विज ने कहा कि वह ऐसा नहीं करेंगे, बल्कि इसके बजाय दूसरों से इस्तीफा दिलवाएंगे.
उन्होंने कहा, “वह मेरा मंत्री पद छीन सकते हैं, लेकिन वह भाजपा में मेरी वरिष्ठता और हरियाणा विधानसभा की मेरी सात बार की सदस्यता नहीं छीन सकते.”
पिछले एक हफ्ते में विज सैनी सरकार के खिलाफ चार बार बोल चुके हैं. पिछले गुरुवार को विज ने घोषणा की थी कि उन्होंने अंबाला में अपने जनता दरबार बंद कर दिए हैं और सिरसा और कैथल में शिकायत समिति की बैठकों में भी नहीं जाएंगे, क्योंकि अधिकारी उनके आदेशों का पालन नहीं करते हैं.
उन्होंने अपने मतदाताओं की खातिर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तरह आमरण अनशन पर जाने की भी धमकी दी थी.
पिछले शुक्रवार को उन्होंने सैनी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि जब से सैनी सीएम बने हैं, तब से वे लगातार उड़न खटोला में उड़ रहे हैं.
हरियाणवी गायक रॉकी मित्तल के साथ बडौली पर 2023 में हिमाचल प्रदेश के कसौली के एक होटल में दिल्ली की एक महिला के साथ बलात्कार करने का आरोप है. पिछले साल 13 दिसंबर को कसौली थाने में बडौली के खिलाफ आईपीसी की धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. महिला ने अपनी शिकायत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और मित्तल पर होटल में बलात्कार करने से पहले उन्हें शराब पीने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. उन्होंने आगे दावा किया कि आरोपियों ने उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो बनाए हैं.
दिप्रिंट द्वारा संपर्क किए जाने पर विज ने कहा कि उन्होंने वही दोहराया जो वे शुरू से कहते आ रहे थे कि जब तक बडौली पर सामूहिक बलात्कार का आरोप नहीं हटता, तब तक उन्हें राज्य भाजपा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
उन्होंने कहा, “मैं यह सोचकर कांप उठता हूं कि जिस व्यक्ति पर एक होटल में किसी अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर महिला से बलात्कार करने का आरोप है, वह राज्य में मेरी पार्टी का अध्यक्ष है. हमारे पास महिला सदस्य और पदाधिकारी हैं और हमारी पार्टी अधिक महिलाओं को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है. हम पार्टी की बैठकों में महिलाओं के साथ उस व्यक्ति के साथ कैसे बैठ सकते हैं, जिस पर सामूहिक बलात्कार मामले के लिए एफआईआर दर्ज है? हम महिलाओं को कैसे समझाएं कि जब तक बडौली पर बलात्कार का आरोप साबित नहीं होता, तब तक हम किसी अन्य व्यक्ति को पार्टी का अध्यक्ष क्यों नहीं बना सकते?”
‘काश बडौली निर्दोष साबित हों’
विज ने कहा कि बडौली ने खुद को निर्दोष बताया है और भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर वे भी चाहते हैं कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को आरोपों से मुक्त किया जाए. हालांकि, उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही लोग बडौली के आचरण पर सवाल उठा रहे हैं.
परिवहन मंत्री ने कहा, “पीड़िता की सहेली ने सामने आकर दावा किया है कि बडौली निर्दोष हैं. हम उम्मीद करते हैं कि वे सच बोल रही हों. हालांकि, लोग पूछ रहे हैं कि एक बहुत गरीब और छोटी-मोटी नौकरी करने वाली महिला पंचकूला के आलीशान होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे कर सकती हैं. यह साफ है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस की व्यवस्था किसी और ने की थी. उन पर दबाव डाला गया था, इसलिए उसने (बडौली) जो कहा, वे उन्होंने भी कहा.”
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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