नई दिल्लीः राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) चीफ उपेन्द्र कुशवाहा बिहार महागठबंधन में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि हम कह चुके थे कि हमारे पास कई विकल्प हैं, यूपीए उनमें से एक थी. राहुल गांधी ने पूरा दिल दिखाया और लालू यादव की वजह से महागठबंधन जॉइन किया. लेकिन महागठबंधन में आने की सबसे बड़ी वजह बिहार के लोग हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका एनडीए में लगातार अपमान हो रहा था. यहां तक कि नीतीश कुमार ने उन्हें नीच कहकर अपमानित किया. इस दौरान राजद से तेजस्वी यादव, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव, आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी, कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल ने उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का ऐलान किया. इस दौरान कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल भी मौजूद रहे.
चिराग पासवान भी दिख रहे नाराज
दिप्रिंट से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि राम मंदिर और धर्म भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा हो सकता है, लेकिन एनडीए के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि वह पिछले 7-8 महीने से किसानों और जॉब से जुड़े मुद्दों को उठा रहे हैं. यह सभी बातें हर मंच पर उपलब्ध हैं.
वहीं, कल के अपने बयान में चिराग पासवान ने राहुल गांधी के किसानों के मुद्दों को दृढ़ता से उठाने की तारीफ की और एनडीए को विकास के मुद्दे पर वापस लौटने की नसीहत दी. इन बातों से माना जा रहा कहीं चिराग पासवान एनडीए से जाने का मन तो नहीं बना रहे. अगर ऐसा होता है तो एनडीए के लिए उपेन्द्र कुशवाहा के जाने के बाद एक और झटका लग सकता है, जिसका देश की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा.
इससे पहले भी चिराग ने राम मंदिर के मुद्दे पर भाजपा को नसीहत देते हुए कहा था कि राजग का एजेंडा हमेशा विकास का रहा है. लेकिन राम मंदिर, हनुमान को लेकर विवादित बयान के हावी होने पर जनता कहीं न कहीं इससे भ्रमित और निराश होती है.