लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण के चलते 27 मार्च तक पूरे प्रदेश भर को लॉकडाउन करने का ऐलान किया है. योगी ने लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू का निर्देश देते हुए कहा, ‘असहयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.’
उन्होंने जनता से अपील की है, ‘लॉकडाउन को गंभीरता से लें. घर के अंदर रहें, अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं.’
उत्तर प्रदेश की सभी अंतरराष्ट्रीय एवं अंतरराज्यीय सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि लॉकडाउन में असहयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
सीएम योगी ने कहा कि यूपी के 35 लाख श्रमिकों को 1000 रुपये प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा. जल्द से जल्द दिहाड़ी मजदूरों के खाते में डीबीटी के माध्यम से एक साथ एक-एक हजार रुपये की सहायता राशि भेजी जाएगी. ठेले व रेहड़ी पटरी वालों और रिक्शा व ई-रिक्शा वालों को भी इससे जोड़ा जाएगा. इसकी शुरुआत भी कर दी गई है.
सीमा सील
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पूरी तरह से सील किया जाए, ताकि लॉकडाउन के दौरान अनावश्यक यातायात को रोका जा सके.
योगी ने यहां अपने सरकारी आवास पर कोरोना लॉकडाउन से उत्पन्न स्थिति से प्रभावित दिहाड़ी श्रमिकों, दैनिक कामगारों, विभिन्न प्रकार की पेंशन पाने वालों को दी जा रही राहत के सम्बन्ध में समीक्षा की.
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पतालों में की गई व्यवस्थाओं पर गलत टिप्पणी कर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
उन्होंने श्रम, नगर विकास तथा ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी पात्र लोगों के खाते में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से सहायता राशि उपलब्ध करायी जाए.
महंगाई पर लगाम लगाने की कोशिश
योगी ने कहा कि वृद्धावस्था, निराश्रित महिला तथा दिव्यांगजन पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों के खातों में अग्रिम धनराशि भेज दी जाए. उन्होंने खाद्य विभाग को निर्देश दिया कि सभी राशन की दुकानों में खाद्यान्न की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें और राशन की हर दुकान पर साफ-सफाई के साथ ही, साबुन एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था अवश्य हो.
वहीं उन्होंने लोगों से गुजारिश की है कि अगर सब्जी बाजार में महंगी मिलती है तो हमें बताएं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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उन्होंने जौनपुर जनपद में कोरोना का एक केस पोजिटिव पाये जाने पर वहां भी लॉकडाउन लागू करने के निर्देश दिए. अब उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन जनपदों की संख्या बढ़कर 17 हो गयी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक है कि एक इंटीग्रेटेड व्यवस्था बनाने की भी बात की.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने पहले चरण में उत्तर प्रदेश के 16 जनपदों में लागू किए गए लॉक डाउन की स्थिति की भी समीक्षा की. उन्होंने एक उत्कृष्ट और स्थायी आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के लिए कहा, ताकि किसी भी आकस्मिकता की स्थिति से निपटा जा सके.
इस बीच एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत लॉक डाउन किए गए 16 जिलों में सोमवार को आईपीसी की धारा 188 के तहत 228 मुकदमे दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि 10754 वाहनों का चालान किया गया जबकि 645 वाहन सीज किए गए.
सीएम योगी ने कहा कि जिलों में डीएम तय करें कि कर्फ्यू लगाना है कि नही. किसी भी प्रकार का कोई भी कार्यक्रम शादी समारोह धरना प्रदर्शन प्रदेश में नहीं होगा. इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यरत होंगे. किसी कर्मचारी की छुट्टी के पैसे नहीं कटेंगे.
बता दें कि पहले ये लाॅकडाउन लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, आगरा, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, सहारनपुर, मेरठ, आजमगढ़, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत में लागू था लेकिन अब पूरे प्रदेश में होगा.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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