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Wednesday, 20 November, 2024
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माथे पर त्रिपुंड तिलक, मंदिर में पूजा-अर्चना: महाकाल लोक कॉरिडोर का शुभारंभ के दौरान ऐसे दिखे पीएम मोदी

मध्य प्रदेश के उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को एक सितंबर 2021 से लेकर 15 सितंबर 2022 तक रिकॉर्ड 81 करोड़ रुपए से अधिक की आय हुई है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर विस्तार (महाकाल लोक कॉरिडोर) के पहले चरण का उद्घाटन किया. उन्होंने राष्ट्र को श्री महाकाल लोक राष्ट्र को समर्पित किया है. महाकाल लोक परियोजना का पहला चरण तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं प्रदान करके मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों के अनुभव को समृद्ध करने में मदद करेगा. इस परियोजना को 850 करोड़ रुपये में तैयार किया गया है.

उद्घाटन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे.

मंगलवार को महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन करने के लिए पीएम मोदी मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचे थे.

इससे पहले, पीएम मोदी इंदौर पहुंचे थे जहां उनके स्वागत में राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी राम सिलावट, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन समेत अन्य नेता उनका स्वागत करने पहुंचे.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री पिछले दो दिनों से गुजरात में मौजूद थे. इंदौर से वह शाम पांच बजे हेलिकॉप्टर से उज्जैन के हेलीपैड के लिए उड़ान भरेंगे.

पीएम ने महाकाल मंदिर पहुंचकर महाकाल लोक में पूजा की.

खबरों के अनुसार, इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री कार्तिक मेला मैदान में एक सार्वजनिक समारोह में भी शामिल होंगे.

प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए उज्जैन में कड़े इंतिजाम किए गए हैं. इसमें लोगों के लिए लाइव टेलीकास्ट देखने के लिए बड़े टीवी स्क्रीन लगाए गए हैं. महाकालेश्वर मंदिर की ओर जाने वाले हरि फाटक पुल को भी तेल के दीयों से जगमगा दिया गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर दिवाली जैसे उत्सव मनाने की बात कही है.

वह रात करीब साढ़े आठ बजे उज्जैन से इंदौर और वहां से रात करीब नौ बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे.


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15 दिनों में 81 करोड़ रुपए का दान

मध्य प्रदेश के उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को एक सितंबर 2021 से लेकर 15 सितंबर 2022 तक रिकॉर्ड 81 करोड़ रुपए से अधिक की आय हुई है, जो पिछले साल इस अवधि के दौरान हुई आय से दोगुनी से अधिक है. यह आय श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की गई भेंट एवं अन्य मदों से अर्जित की गई है.

महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इस मंदिर की सभी व्यवस्थाएं जिलाधिकारी की अध्यक्षता में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं द्वारा दिए जाने वाले दान से संचालित की जाती हैं.

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर प्रबंधन समिति को एक सितंबर 2021 से लेकर 15 सितंबर 2022 तक विभिन्न स्रोतों से 81,00,71,006 रुपए की कुल आय हुई है, जिनमें श्रद्धालुओं से दान में प्राप्त राशि, लड्डू प्रसाद की बिक्री से हुई आय एवं धर्मशाला से प्राप्त आय शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं द्वारा दान पेटियों से प्राप्त राशि 53.30 करोड़ रुपए है, जबकि लड्डू प्रसाद की बिक्री से प्राप्त राशि 27.25 करोड़ रुपए और धर्मशाला से प्राप्त आय 45.25 करोड़ रुपए शामिल हैं.

धाकड़ ने बताया कि एक सितंबर 2020 से 30 अगस्त 2021 तक महाकालेश्वर मंदिर की 40,45,49,665 रुपए की कुल आय हुई थी.


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