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Saturday, 23 November, 2024
होमराजनीति'काफी कम, बहुत लेट'- मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM Modi के 'राष्ट्रीय रोजगार मेला' पर कसा तंज

‘काफी कम, बहुत लेट’- मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM Modi के ‘राष्ट्रीय रोजगार मेला’ पर कसा तंज

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 'मोदी जी, रोजगार के नाम पर फिर से 'भर्ती पत्र' बांट रहे हैं. 30 लाख पद सरकारी मंत्रालयों में खाली हैं.'

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नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रीय रोजागार मेला प्रोग्राम के तहत 71,000 नियुक्ति पत्र बांटने पर तंज कसा है, और कहा कि वह रोजगार के नाम पर ‘भर्ती पत्र’ बांट रहे हैं.

खड़गे ने हिंदी में ट्वीट किा है और इसे ‘काफी कम और बहुत लेट’ बताते हुए कहा कि, ‘रेलवे में 3,01,750 खाली पद हैं, जिसमें से 50 हजार पत्र रेलवे मंत्रालय के ही हैं. ‘मोदी जी, रोजगार के नाम पर फिर से ‘भर्ती पत्र’ बांट रहे हैं. 30 लाख पद सरकारी मंत्रालयों में खाली हैं. ‘काफी कम, बहुत लेट’- मोदी सरकार के दसवें वर्ष में किए गए इस स्टंट पर सटीक बैठता है.’

इससे पहले आज, प्रधानमंत्री ने वर्चुअली राष्ट्रीय रोजगार मेला में 71,000 नई भर्तियों के नियुक्ति पत्र बांटे और कहा कि स्टार्टअप्स ने देश में 40 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय रोजगार मेला दिखाता है कि सरकार युवाओं उत्साह ऊपर ले जाने और उन्हें रोजगार के असवर देने के लिए प्रतिबद्ध है.

पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा, ‘स्टार्टअप्स ने 40 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं; यह भारत की स्टार्टअप संस्कृति को दिखाता है. आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. न्यू इंडिया द्वारा अपनाई गई नीति और रणनीति पर चलने से देश में नई संभावनाएं और अवसर खुले हैं.’

आज बैसाखी के दिन केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में 70,000 युवाओं के सरकारी नौकरी पाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए और बीजेपी शासित सरकारों में सरकारी नौकरी देने का काम तेजी से हो रहा है.

उन्होंने कहा, ‘कल मध्य प्रदेश में 22 हजार से ज्यादा अध्यापकों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं.’

देश में रक्षा क्षेत्र के बढ़ने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 15 हजार करोड़ का रक्षा उपकरण निर्यात किए हैं.

उन्होंने कहा, ‘देश में दशकों से एक दृष्टिकोण हावी था कि रक्षा उपकरण केवल आयात किए जा सकते हैं. हमने अपने देश के निर्माणकर्ताओं पर भरोसा नहीं किया. हमरी सरकार ने इस नजरिए को बदल दिया. हमारे रक्षा बलों ने इस तरह के 300 उपकरणों और हथियारों की लिस्ट बनाई है, जो कि केवल भारत में ही बनेंगी. आज, भारत 15000 करोड़ का रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है.’

ड्रोन समेत कई क्षेत्रों में आत्म-निर्भरता का ब्यौरा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा नए दौर की तकनीक से जुड़ रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘न्यू इंडिया के युवा ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग में लगे हुए हैं और ड्रोन पायलट्स बन रहे हैं. दशकों से हमारे बच्चे बाहर से आयातित खिलौनों से खेलते रहे हैं. हमने देसी खिलौना उद्योग को बढ़ावा देना शुरू किया, और इसने युवा शक्ति के लिए नये रोजगार के अवसर पैदा किए हैं. बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में पूंजी निवेश रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है और युवा शक्ति के लिए विविध अवसर पैदा करता है.’

रोजगार मेला रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है.


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