नई दिल्ली: रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल के हावड़ा में दो समुदाय के बीच हिंसा को लेकर राजनीति चरम पर है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. बीजेपी के ‘हिंदू खतरे में है’ के आरोप को लेकर तृणमुल सांसद महुआ मोइत्रा ने निशाना साधा है. महुआ ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी का ‘हिंदू खतरे में है’ राग अब 2024 तक चलेगा.
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान का हमला, विदेशी ताकतों के दखल का आरोप इस बार धीमी गति से चल रहा है. केवल फुलप्रूफ फॉलबैक ही हिंदू कार्ट है.’
The “Hindus are in danger” narrative started full flow by @BJP as of Ramnavami. Will go on till 2024.
Pak attack, Foreign forces targeting India bakwas running slow this time. Only fool-proof fallback is Hindu card.
Jai Maa Kali. Buddhi de maa. Save my country.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 1, 2023
महुआ ने कहा कि मां काली ही देश को बचाए.
‘हिंदु खतरे में है’
रामनवमी के अवसर निकाली शोभायात्रा के दौरान बंगाल के हावड़ा में हिंसा पर हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा था कि बंगाल में ‘हिंदुओं का जीवन खतरे’ में है.
उन्होंने कहा था कि यह निराशाजनक है. इस तरह के तस्वीर हर साल बंगाल में रामनवमी और दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान सामने आती है. यह स्वीकार्य नहीं है कि बंगाल में हिंदुओं का जीवन खतरे में रहे.
बीजेपी सांसद ने ममता बनर्जी पर तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी.
केंद्रीय एजेंसी करे जांच
वहीं पश्चिम बंगाल के राणाघाट से लोकसभा सांसद जगन्नाथ सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बंगाल में हुई हिंसा की जांच केंद्रीय एजेंसियों से करवाने की मांग की है.
उन्होंने लिखा, ‘रामनवमी की रैलियों के दौरान भड़के सांप्रदायिक दंगों के कारण स्थानीय लोगों को बहुत नुकसान हुआ है, उनके लिए मैं आपको यह पत्र भारी मन से लिख रहा हूं. स्थिति तेजी से नियंत्रण से बाहर हो रही है और स्थानीय पुलिस बल हिंसा को नियंत्रित करने में असमर्थ है. जिसके कारण मैं इसकी जांच केंद्रीय एजेंसियों से करवाने की मांग करता हूं.’
स्थिति अभी भी तनावपूर्ण
बता दें कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी की रैलियों के दौरान दो समुदाय के बाच पथराव हो गया था जिसके बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है. आरोप था कि एक विशेष समुदाय के लोगों ने मस्जिद से शोभायात्रा पर पत्थर फेंके. बाद में दोनों समुदाय के लोगों के बीच भयंकर झड़प हुई थी जिसमें कई दुकानों और वाहनों को आग लगा दिया गया था. अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. हिंसा को लेकर पुलिस ने अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया है और इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है. आज रात दो बजे तक इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है.
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