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Friday, 22 November, 2024
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‘भारत जोड़ो यात्रा’ के इंदौर पहुंचने पर बम से उड़ाने की धमकी मिली, जांच में जुटी पुलिस

राज्य कांग्रेस सचिव नीलाभ शुक्ला ने पत्र की जांच की मांग की और कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की जरूरत है. पैदल मार्च, जो अभी महाराष्ट्र में है और 20 नवंबर को मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगा.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा के मध्य प्रदेश के इंदौर में आते ही उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. पुलिस के एक आला अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

इंदौर में एक दुकान को पत्र मिला है जिसमें धमकी दी गई है कि अगर भारत जोड़ो यात्रा के प्रतिभागियों ने 28 नवंबर को एक स्थानीय स्टेडियम में रात भर ठहरने का कार्यक्रम बनाया तो शहर में बम विस्फोट किए जाएंगे. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

राहुल गांधी की अगुवाई में जारी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के इंदौर के खालसा स्टेडियम में 28 नवंबर को संभावित रात्रि विश्राम के लिए रुक सकते हैं.

राज्य कांग्रेस सचिव नीलाभ शुक्ला ने पत्र की जांच की मांग की और कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की जरूरत है. पैदल मार्च, जो अभी महाराष्ट्र में है और 20 नवंबर को मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगा.

पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि जूनी इंदौर क्षेत्र में मिठाई-नमकीन की एक दुकान के पते पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए पत्र में धमकी दी गई है कि अगर भारत जोड़ों यात्रा खालसा स्टेडियम में रात्रि विश्राम करती है तो शहर में बम विस्फोट हो सकते हैं. मिश्रा ने कहा,‘पत्र में गांधी को बम से उड़ाने की बात सीधे तौर पर नहीं की गई है.’

उन्होंने बताया कि इस पत्र के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 507 (अज्ञात व्यक्ति द्वारा आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस आयुक्त ने बताया,‘हमने धमकी भरे पत्र की जांच शुरू कर दी है. हालांकि, हमें संदेह है कि यह हरकत किसी शरारती तत्व ने की है.’

खबरों की मानें तो पत्र में 1984 के दंगों का जिक्र किया गया है और राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ को जान से मारने की धमकी भी दी गई है. फिलहाल पुलिस पास में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पत्र छोड़ने वाले की तलाश कर रही है.

गौरतलब है कि खालसा स्टेडियम से जुड़े विवाद की शुरुआत तब हुई, जब आठ नवंबर को इस स्थान पर गुरु नानक जयंती के धार्मिक कार्यक्रम में कमलनाथ के स्वागत-सम्मान के बाद मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों की हिंसा की ओर स्पष्ट इशारा किया था और आयोजकों पर तीखे शब्दों में मंच से नाराजगी जताई थी.

विवाद के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने घोषणा की है कि अगर गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस स्टेडियम में कदम रखा, तो भाजपा कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे.

वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की भूमिका को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा अक्सर आरोप लगाया जाता रहा है लेकिन कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य आला नेता इसे सिरे से खारिज करते रहे हैं.


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