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Saturday, 27 April, 2024
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लखीमपुर खीरी मामले में BJP ऐसे कर रही है विपक्ष के आरोपों का मुकाबला

लखीमपुर खीरी की घटना पर बवाल मचने के बाद बीजेपी ने विपक्ष शासित राज्यों में हुए अत्याचारों का 'एक डोजियर' तैयार किया है, जिस पर उसका मानना है कि विपक्षी पार्टी की सरकारों ने पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है.

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नई दिल्ली: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में 7 अक्टूबर को एक दलित व्यक्ति की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. पीड़िता के साथ लाठी-डंडों से हमला किए जाने का वीडियो वायरल हुआ था.

कुछ दिन पहले राजस्थान पुलिस ने कथित तौर पर धान खरीद का सीजन शुरू करने की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर डंडा चला दिया था.

एक महिला को बाइक से टक्कर मारने के बाद 15 सितंबर को अलवर में एक नाबालिग दलित युवक को भीड़ ने कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला था.

इसी महीने में खबर सामने आई थी कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में नौ महीने की अवधि में एक 15 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया जाता रहा.

लखीमपुर खीरी की घटना पर बवाल मचने के बाद बीजेपी ने विपक्ष शासित राज्यों में हुए अत्याचारों का ‘एक डोजियर’ तैयार किया है, जिस पर उसका मानना है कि सरकार ने पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है. यह लखीमपुर खीरी मामले में हो रही आलोचना से बचने के लिए पार्टी की एक जवाबी रणनीति है.

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इसके लिए भाजपा ने मंगलवार को दिल्ली में अपने मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया, जिसमें विपक्ष पर निशाना साधते हुए लखीमपुर खीरी में आने के लिए ‘राजनीतिक पर्यटन’ करने का आरोप लगाया.

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मानवाधिकारों के उल्लंघन को जब राजनीतिक चश्मे से देखा गया तो इससे भी मानवाधिकारों को ठेस पहुंचती है. ठीक यही उत्तर प्रदेश में हो रहा है. लखीमपुर खीरी में जो कुछ हुआ है वह दुखद है लेकिन कानून अपना काम करेगा. प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी इस घटना का इस्तेमाल वोटों के लिए कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘हम राजनीतिक पर्यटन में विश्वास नहीं करते. हम प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य की सेलेक्टिव नाराजगी को निशाना बनाना चाहते हैं. वे खुद को दलितों का मसीहा बता रहे हैं लेकिन राजस्थान में दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की अनदेखी कर रहे हैं.

3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के काफिले के कथित तौर पर विरोध कर रहे किसानों के एक समूह को रौंदे जाने के बाद से प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे विपक्षी नेता उत्तर प्रदेश में डेरा डाले हुए हैं. मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा कथित तौर पर काफिले का हिस्सा थे. इस घटना में एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें आगामी हिंसा में मारे गए लोग भी शामिल हैं.

आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया जा चुका है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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