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Monday, 3 February, 2025
होमराजनीतिहमारे और AAP के बीच फर्क यह है कि हमारे वादे में मोदी की गारंटी है — BJP दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा

हमारे और AAP के बीच फर्क यह है कि हमारे वादे में मोदी की गारंटी है — BJP दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा

पांडा ने इस बात पर जोर दिया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो दिल्ली में सभी कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी. उन्होंने यह भी पूछा कि AAP मुख्यमंत्री पद का चेहरा क्यों नहीं घोषित कर रही है.

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बन सकते क्योंकि वे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते और उन्होंने पहले ही मौजूदा सीएम आतिशी को “अस्थायी” करार दिया है. पांडा ने AAP पर पलटवार करते हुए कहा कि AAP इस मुद्दे को उठा रही है कि दिल्ली में BJP के पास कोई सीएम चेहरा नहीं है.

दिप्रिंट को दिए गए इंटरव्यू में पांडा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के लोग संघर्ष-मुक्त शासन चाहते हैं और 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों में वह “निश्चित रूप से” भाजपा को वोट देंगे.

पार्टी की प्रमुख प्राथमिकताओं की ओर इशारा करते हुए भाजपा नेता ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद दिल्ली में सभी कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी. उन्होंने पार्टी के “अपने वादों को निभाने के रिकॉर्ड” पर भी जोर दिया और दिल्ली में सत्ताधारी AAP से पूछा कि वह बताए कि उसका सीएम उम्मीदवार कौन है.

पांडा ने कहा, “(AAP संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम) केजरीवाल को सीएम की फाइलों पर हस्ताक्षर करने की अनुमति नहीं है, इसलिए वह मुख्यमंत्री नहीं बन सकते और उन्होंने अपने मौजूदा सीएम को अस्थायी बताया है. अब अगर उनके पूर्व मुख्यमंत्री ही मुख्यमंत्री नहीं बन सकते और मौजूदा मुख्यमंत्री अस्थायी हैं, तो उन्हें इस सवाल का जवाब देना होगा: उनकी टीम का नेता कौन है?”

उन्होंने आगे कहा, “जिन सभी राज्यों में भाजपा कल्याणकारी कार्यक्रम चला रही है, उन्हें अच्छी तरह से संभाला जाता है, जैसे कि आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना. वित्तीय रूप से इन राज्यों का प्रबंधन बहुत अच्छा है. वह दिल्ली की तरह घाटे में नहीं हैं.”

उन्होंने आरोप लगाया कि AAP को डर है कि अगर केंद्र सरकार के कार्यक्रम दिल्ली में लागू किए गए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “और भी अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे”.

पांडा ने कहा, “इसलिए उन्होंने आयुष्मान भारत को लागू नहीं किया है, जिससे दिल्ली के 51 लाख नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा जाल का लाभ मिलता”.

पंजाब में AAP द्वारा संचालित सरकार का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जबकि पार्टी ने तीन साल पहले राज्य की महिलाओं को वित्तीय सहायता देने का वादा किया था, “उन्होंने उन्हें धोखा दिया है”.

उन्होंने कहा, “पंजाब की महिलाएं लगभग रोज़ाना विरोध कर रही हैं. उन्होंने दिल्ली में इसका (इसी तरह की सहायता का) वादा किया है. उन्होंने ऐसा नहीं किया (न तो दिल्ली में और न ही पंजाब में)। इसलिए, भाजपा और AAP के बीच मुख्य अंतर यह है कि जब हम कोई वादा करते हैं, तो उसमें मोदीजी की गारंटी होती है. लोग जानते हैं कि इसे लागू किया जाएगा. इसमें कोई फर्ज़ीवाड़ा शामिल नहीं है. हमारी सरकार वित्तीय रूप से जिम्मेदार है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि AAP भाजपा द्वारा लागू किए गए कल्याणकारी कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार नहीं पा सकते हैं.”

भाजपा संसदीय स्तर पर दिल्ली में सफल रही है, जिसने 2014, 2019 और 2024 में सभी सात लोकसभा सीटें जीती हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव के नतीजे इसके लिए निराशाजनक रहे हैं, जिसमें पार्टी के पास अब 70 में से सिर्फ आठ सीटें हैं. AAP ने 2020 में 62 सीटें जीती थीं.


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‘घोटालों दर घोटाला’

पिछले साल दिल्ली चुनाव के प्रभारी बनाए गए पांडा ने राजधानी में पार्टी के सत्ता में आने का भरोसा जताया.

भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने इस बार दिल्ली पर कब्ज़ा करने के लिए बड़ी योजना बनाई है और पिछले चुनाव की तुलना में हर विधानसभा सीट पर कम से कम 20,000 वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा, सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रत्येक बूथ पर अधिक से अधिक वोट जुटाने के लिए कहा गया है.

पांडा ने दिप्रिंट से कहा, “दिल्ली के लोग दिल्ली में संघर्ष-मुक्त शासन चाहते हैं; वह भाजपा की सरकार चाहते हैं, दिल्ली भारत की राजधानी जैसी नहीं दिखती; यहां कोई बुनियादी ढांचा विकास नहीं हुआ है; पानी पीने लायक नहीं है, सार्वजनिक परिवहन के लिए कोई बुनियादी ढांचा विकास नहीं हुआ है. लोग तंग आ चुके हैं.”

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पांडा ने कहा कि उन्होंने एक “शीश महल” बनवाया है, जिसमें सरकार के खर्च पर बना बार, सोने की परत चढ़ी वॉश बेसिन, शौचालय और लाखों के पर्दे शामिल हैं.

यह संदर्भ केजरीवाल द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में लिए गए सरकारी बंगले के नवीनीकरण के लिए कथित तौर पर “अत्यधिक विलासितापूर्ण वस्तुओं” के इस्तेमाल का था.

पांडा ने दावा किया, “शराब घोटाले, क्लासरूम घोटाले, मोहल्ला क्लिनिक घोटाले से लेकर इस सरकार ने एक के बाद एक घोटाले किए हैं. उनके नेताओं ने कई महीने और कभी-कभी सालों जेल में बिताए हैं. सीएजी (नियंत्रक और महालेखा परीक्षक) ने 2,000 करोड़ रुपये के घोटाले की अपनी रिपोर्ट जारी की है. वे अब खुद को पूरी तरह ईमानदार कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं. इस बार भाजपा के लिए जनता का जबरदस्त समर्थन है.”

पांडा ने कहा कि भाजपा के अभियान ने “डबल इंजन” सरकार के लाभ को उजागर किया है, उन्होंने कहा कि “दिल्लीवासी ऐसी सरकार चाहते हैं जो शहर के विकास के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करे.”

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है, पांडा ने कहा कि “कांग्रेस अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है”.

दिल्ली बीजेपी प्रभारी ने कहा, “उन्होंने हर चाल चली है, लेकिन हम उन्हें आसानी से हरा रहे हैं. उनके लिए, आप जानते हैं, उन्हें वास्तव में यह पता लगाना है कि कैसे अस्तित्व में बने रहना है और इसलिए वह अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने हर चाल चली है. उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में AAPda के साथ गठबंधन करने की भी कोशिश की थी. उन्होंने एक साथ चुनाव लड़ा. हमने उन्हें आसानी से हरा दिया. इसलिए चाहे वह AAPda के साथ काम करें या अलग से काम करें, जीत हमारी होगी.”

उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा की रणनीति दिल्ली में 51 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करना है.

‘हमारे पास मोदी हैं, उनकी टीम के नेता कौन हैं?’

यह पूछे जाने पर कि क्या पीएम मोदी भाजपा के चुनाव अभियान का चेहरा हैं, यह देखते हुए कि पार्टी ने भी सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की है, पांडा ने कहा: “पीएम मोदी न केवल भारत का चेहरा हैं. वे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं.”

उन्होंने कहा, “यह हम नहीं कह रहे हैं. यह पिछले कुछ वर्षों में हर महीने होने वाले सर्वेक्षणों का परिणाम है. वे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और ज़ाहिर है कि हमें इसका लाभ मिलता है. मोदी फैक्टर है जो भाजपा, दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में हमें मिलने वाले वोटों में इजाफा करता है.”

पांडा ने आगे कहा कि पिछले एक दशक में ओडिशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ सहित हर राज्य में “सामूहिक नेतृत्व” रखने की पार्टी की रणनीति कारगर रही है और दिल्ली में भी यही रणनीति अपनाई जा रही है.

साथ ही, पांडा ने जोर देकर कहा कि भाजपा दिल्ली चुनाव सामूहिक नेतृत्व के तहत लड़ रही है, लेकिन AAP को यह स्पष्ट करना होगा कि उनका सीएम उम्मीदवार कौन है.

पांडा ने कहा, “उन्होंने जो नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की, उनमें से एक यह है कि उनके पास एक तथाकथित चेहरा है, वास्तव में उनके पास ऐसा है ही नहीं क्योंकि (दिल्ली के “शराब घोटाले” में) जेल में समय बिताने के बाद, पूर्व सीएम को केवल ज़मानत पर रिहा किया गया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा बहुत सख्त शर्तों के तहत उनका मुकदमा अभी शुरू होना बाकी है. उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय तक में जाने की अनुमति नहीं है.”

दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट की थी कि कैसे केंद्रीय मंत्रियों, राष्ट्रीय नेताओं और पड़ोसी राज्यों के लोगों को भाजपा द्वारा विशिष्ट जिम्मेदारियां दी गई हैं. उदाहरण के लिए प्रत्येक केंद्रीय मंत्री और कुछ पार्टी नेताओं को दिल्ली चुनाव से पहले प्रचार और संगठन के पहलुओं की देखरेख के लिए दो विधानसभा क्षेत्र सौंपे गए हैं.

(इस इंटरव्यू को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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