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Saturday, 27 December, 2025
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ठाकरे परिवार वापसी की पड़ताल: पारिवारिक माहौल, शिंदे को फायदा और फडणवीस का पुतिन–जेलेंस्की वाला तंज

BMC चुनावों से पहले उद्धव और राज ठाकरे के एक साथ आने पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि यह राजनीतिक नतीजों से ज़्यादा दिखावा है.

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मुंबई: कई लोग कह रहे हैं कि बृहन्मुंबई नगर निगम यानी BMC के चुनाव ठाकरे बनाम बाकी सभी जैसे हालात बन सकते हैं, क्योंकि 20 साल बाद चचेरे भाई एक साथ आ रहे हैं. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे सिर्फ हाइप बताया. उन्होंने कहा कि इतना हाइप बना दिया गया है, जैसे “जेलेंस्की और पुतिन बातचीत कर रहे हों”.

फडणवीस ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “तुष्टिकरण की राजनीति करके इन्होंने अपना वोट बैंक खो दिया है. इन दोनों पार्टियों के साथ आने से कोई असर नहीं पड़ेगा. दोनों अपनी पहचान बचाने के लिए साथ आए हैं. मुंबई के लोगों ने हमारे विकास कार्य देखे हैं, इसलिए मुंबई हमारे साथ है और हमारे साथ ही रहेगी. महायुति मुंबई जीतेगी”.

इस बीच ठाकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस पूरी तरह पारिवारिक माहौल वाली दिखी. दोनों चचेरे भाइयों के बीच सहजता और करीबी रिश्ते साफ नजर आए, जैसे बीते 20 सालों की कड़वाहट कभी थी ही नहीं. न ही 2013 में उद्धव द्वारा बढ़ाए गए हाथ को राज ठाकरे द्वारा ठुकराए जाने की कोई झलक दिखी.

बुधवार को पहले दोनों ने बाल ठाकरे के स्मारक पर श्रद्धांजलि दी और फिर राज की कार में साथ बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के स्थल पर पहुंचे.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पारिवारिक एकजुटता की छवि और मजबूत की गई. मंच पर डॉ. आंबेडकर की तस्वीर और छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के साथ-साथ ठाकरे परिवार की कई तस्वीरें भी लगाई गई थीं.

उद्धव ठाकरे ने कहा, “आज हम मुंबई को बचाने के लिए एक साथ आए हैं, क्योंकि यह हमारा कर्तव्य है. हम साथ रहने के लिए साथ आए हैं”. उन्होंने बाल ठाकरे की तस्वीर के साथ मंच पर सेना UBT और MNS के प्रतीकों के बीच दोनों दलों के आधिकारिक गठबंधन की घोषणा की.

राज ठाकरे ने कहा, “जिस दिन का पूरा महाराष्ट्र इंतजार कर रहा था, वह दिन आ गया है. शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना फिर से एक हो गई हैं”.

दोनों ने अपनी सबसे मजबूत लाइन दोहराई. मराठी मानूस. उन्होंने मराठियों के उत्थान के लिए काम करने का वादा किया.

बुधवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में बालासाहेब ठाकरे स्मारक पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना UBT प्रमुख उद्धव ठाकरे ने श्रद्धांजलि दी.  ANI

उद्धव ठाकरे ने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन का जिक्र किया, जिसमें उनके दादा प्रबोधनकर ठाकरे की अहम भूमिका थी. इस आंदोलन में उद्धव और राज के पिता, बाल और श्रीकांत ठाकरे, भी शामिल थे.

उन्होंने पारिवारिक यादें भी साझा कीं. उद्धव ने कहा, “आज मुझे संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन की याद आ रही है. उस आंदोलन के पीछे काफी संघर्ष था. हमारा परिवार उसमें सबसे आगे था. ठाकरे परिवार ने मुंबई और महाराष्ट्र के लिए लड़ाई लड़ी है. आज भी जो लोग तब मुंबई को तोड़ना चाहते थे, वही आज अपने प्रतिनिधियों के जरिए ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर हम आज भी आपस में लड़ते रहे, तो यह संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन का अपमान होगा”.

राज ठाकरे ने कहा कि दोनों पार्टियों ने फिलहाल सीट शेयरिंग फॉर्मूला घोषित नहीं करने का फैसला किया है. उन्होंने BJP और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर परोक्ष रूप से आरोप लगाते हुए कहा कि हाल में हुए नगर परिषद चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं की कथित तोड़फोड़ हुई.

राज ठाकरे ने कहा, “आजकल राज्य में छोटे बच्चों को चुराने वाले गिरोह सक्रिय हैं. इसी तरह राजनीति में भी कार्यकर्ताओं को चुराने वाले गिरोह हैं. इसलिए हम आज कोई फॉर्मूला घोषित नहीं करेंगे”.

दोनों ने कहा कि मुंबई के बाद अन्य नगर निगम चुनावों में भी वे साथ आएंगे.

गठबंधन पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने मीडिया से कहा, “हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं. लेकिन हमारे स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की राय थी कि BMC चुनाव अलग लड़ना चाहिए, इसलिए हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है”.

राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश बाल ने ThePrint से कहा कि सेना UBT और MNS के साथ आने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा और महायुति चुनाव जीत सकती है.

उन्होंने कहा, “मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि विधानसभा चुनावों के बाद पूरा परिदृश्य बदल चुका है. इसके अलावा ठाकरे सेना UBT और MNS की संगठनात्मक ताकत काफी कमजोर है. वहीं BJP और शिवसेना शिंदे के पास पैसा और ताकत है, जो चुनाव में अहम भूमिका निभा सकती है”.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भी मुंबई में अकेले चुनाव लड़ने से वोटों का बंटवारा होगा, जिसका फायदा महायुति को मिल सकता है.

राजनीतिक विश्लेषक हेमंत देसाई ने ThePrint से कहा कि अब जब ठाकरे साथ आ गए हैं, तो BJP मराठी वोट बैंक पर असर को संतुलित करने के लिए एकनाथ शिंदे को आगे बढ़ाएगी. इससे उन्हें सीट शेयरिंग में भी फायदा मिल सकता है.

उन्होंने कहा, “अब पूरी तरह से राजनीतिक जंग होगी. फडणवीस और आशीष शेलार जैसे वरिष्ठ BJP नेता अब राज ठाकरे को निशाने पर ले रहे हैं, जो अब तक BJP की आलोचना का विषय नहीं थे. इससे एकनाथ शिंदे को भी फायदा होगा, जिन्हें मराठी वोटों के लिए शिवसेना UBT के मुकाबले खड़ा किया जाएगा”.

नगर निगम चुनाव 15 जनवरी को होंगे और नतीजे 16 जनवरी को आएंगे.

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नया गठबंधन

राज ठाकरे ने 2005 में उद्धव ठाकरे की नेतृत्व शैली और कामकाज से असहमति के चलते शिवसेना छोड़ी थी और 2006 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई थी.

पिछले एक साल से, जब दोनों अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे थे, राज और उद्धव एक-दूसरे को संकेत भेज रहे थे, जिससे गठबंधन की अटकलें तेज हो गई थीं.

जुलाई में, महायुति सरकार द्वारा प्राथमिक स्कूलों में हिंदी लागू करने के खिलाफ दोनों पहली बार साथ आए थे.

अब दोनों ने वादा किया है कि अगर वे BMC की सत्ता में आते हैं, तो मुंबई का मेयर मराठी होगा.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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