दिल्ली पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला, शरद पवार और अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की.
नई दिल्ली : 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू गुरुवार को विपक्षी के सभी बड़े नेताओं से मिले. राहुल गांधी से मिलने के बाद उन्होंने कहा हम राष्ट्र को बचाने के लिए एक साथ आ रहे हैं. हमें अतीत को भूलना होगा, लोकतंत्र की मजबूती के लिए हमें एकजुट होना होगा सभी विपक्षी पार्टियों को एक होने की जरूरत है. इस सिलसिले में नायडू पिछले एक हफ्ते के भीतर कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
We are coming together, to save the nation. We have to forget the past, now it is a democratic compulsion to unite. All opposition needs to be one: N Chandrababu Naidu after meeting Rahul Gandhi pic.twitter.com/K8Kd8W8zRi
— ANI (@ANI) November 1, 2018
राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू से मिलने के बाद कहा कि हमारी मुलाकात अच्छी थी. सार यह है कि हमें देश के भविष्य और लोकतंत्र को बचाना चाहिए. इसलिए हम काम करने के लिए एक साथ आ रहे हैं और सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना चाहिए.
We had a very good meeting, the gist was that we have to defend democracy and future of the country. So we are coming together to work, all opposition forces must unite: Rahul Gandhi after meeting AP CM N Chandrababu Naidu pic.twitter.com/sqIBtMT87P
— ANI (@ANI) November 1, 2018
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से भी दिल्ली में मुलाकात की.
बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘हम सीबीआई, ईडी और भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों पर हमला होते देख रहे हैं और स्थिति दिन प्रति दिन बदतर होती जा रही है.’
TDP President and Andhra Pradesh Chief Minister N Chandrababu Naidu meets NCP President Sharad Pawar and National Conference Chief Farooq Abdullah, in Delhi pic.twitter.com/U77bcjxazL
— ANI (@ANI) November 1, 2018
एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब चंद्रबाबू नायडू राजधानी में विपक्षी नेताओं से मिलने आये. बीते शनिवार को भी वे राजधानी में ही थे. तब उन्होंने बसपा की मुखिया मायावती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, लोकतांत्रिक जनता पार्टी के प्रमुख शरद यादव और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा से मुलाकात की थी.
नाम न बताने की शर्त पर तृणमूल कांग्रेस के नेता ने दिप्रिंट से कहा कि ‘हमें एक बात स्पष्ट है कि अगर बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है तो उन सभी दलों को साथ में आना होगा जो उनका विरोध करते हैं.’