नई दिल्ली: बिहार में एनडीए के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार में सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री नहीं होंगे. इस बार उत्तर प्रदेश की ही तरह राज्य में दो उपमुख्यमंत्री वाला मॉडल देखे जाने की संभावना है.
सुशील मोदी ने ट्वीट कर बताया कि भाजपा विधानमंडल का नेता तारकिशोर प्रसाद और उपनेता रेणु देवी को चुना गया है.
भाजपा नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा. आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा. कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता.’
भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे ४० वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया की शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा।कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 15, 2020
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने लिखा, ‘तारकिशोरजी को भाजपा विधानमंडल का नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर कोटिशः बधाई.’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘नोनिया समाज से आने वाली बेतिया से चौथी बार विधायक श्रीमति रेणु देवी के भाजपा विधान मण्डल दल के उप नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर हार्दिक बधाई.’
राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि शपथ ग्रहण सोमवार दोपहर में होगा.
बता दें कि रविवार दोपहर हुई एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को एक बार फिर से सर्वसम्मति से नेता चुना गया है. इस मौके पर राजधानी पटना में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद मौजूद थे.
बिहार चुनाव के 10 नवंबर को आए नतीजों में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को 43 सीटें, भाजपा को 74 सीटें और राजद को 75 सीटें मिली है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
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