नई दिल्ली: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्विटर बायो से भाजपा का नाम हटा लिया है.
गुरुवार को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची जारी की जिसमें 80 नाम शामिल हैं. इस सूची में कई बड़े नामों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है जिसमें वरुण गांधी और मेनका गांधी प्रमुख हैं.
स्वामी ने अपने नए ट्विटर बायो में खुद को बतैर राज्य सभा सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री, अर्थशास्त्र में हार्वर्ड से पीएचडी, प्रोफेसर बताया है.
उन्होंने अपने नए ट्विटर बायो में एक और दिलचस्प बात जोड़ी है. उन्होंने लिखा है, ‘मैंने वैसा ही लौटाया जैसा मुझे मिला.’ इसे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने पर उनकी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा सकता है.
2019 में जेपी नड्डा के भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई सूची जारी की गई है. इसमें कई प्रमुख नाम जैसे कि विनय कटियार, सीपी ठाकुर, विजय गोयल, सुरेश प्रभु, आरती मेहरा, राम माधव को बाहर किया गया है.
स्वामी लगातार ट्विटर पर नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते रहे हैं.
तेल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर उन्होंने 5 अक्टूबर को ट्वीट कर कहा था कि पेट्रोल, डीजल और अन्य ईंधन की बढ़ती कीमत भारत के ईमानदार लोगों के लिए बड़ी ट्रेजेडी है. इससे आर्थिक रिकवरी और मुश्किल हो जाएगी.
Raising petrol, diesel and other fuel prices is a tragedy for honest people of India. It will weaken demand forces and make economic recovery even more difficult.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 5, 2021
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वरुण और मेनका गांधी भी बाहर
बीते कुछ महीनों में वरुण गांधी ने किसानों के समर्थन में लगातार बयान दिए हैं. लखीमपुर खीरी में हुई हालिया घटना पर भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर पीड़ित परिवारों को न्याय देने की मांग की थी.
माना जा रहा है कि लखीमपुर खीरी घटना को लेकर बोलने के कारण उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किया गया है. इसे के साथ उनकी मां और वरिष्ठ भाजपा नेता मेनका गांधी को भी बाहर कर दिया गया है.
The video is crystal clear. Protestors cannot be silenced through murder. There has to be accountability for the innocent blood of farmers that has been spilled and justice must be delivered before a message of arrogance and cruelty enters the minds of every farmer. ???? pic.twitter.com/Z6NLCfuujK
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 7, 2021
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कौन हैं सुब्रमण्यम
82 वर्षीय सुब्रमण्यम स्वामी वर्तमान में राज्य सभा सदस्य हैं. राजनीति से जुड़ने से पहले वो अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे.
स्वामी योजना आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार में वो कैबिनेट मंत्री थे.
जनता पार्टी से उनका लंबे समय तक जुड़ाव रहा और वो इसके 2013 तक अध्यक्ष भी रहे. इसके बाद स्वामी भाजपा में शामिल हो गए.
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