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Tuesday, 23 April, 2024
होमराजनीति‘घिनौनी व्यवस्था को रोकिए’: उमा भारती ने MP की शराब नीति पर हमले तेज़ किए, CM चौहान पर साधा निशाना

‘घिनौनी व्यवस्था को रोकिए’: उमा भारती ने MP की शराब नीति पर हमले तेज़ किए, CM चौहान पर साधा निशाना

सिलसिलेवार ट्वीट्स में भाजपा नेता ने शराब की डिलीवरी रोकने और ऐसी जगहों पर दुकानें बंद करने की मांग की, जहां लोग इनका विरोध करते हैं. शुक्रवार से नई उत्पाद नीति प्रभावी हो गई, जिसमें शराब की दरें घटाई गई हैं.

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नई दिल्ली: शराब बंदी के मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश सरकार पर अपने हमले जारी रखते हुए वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता उमा भारती ने सोमवार को एक कदम और आगे बढ़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाने पर लिया. कुछ दिन पहले ही एक नई एक्साइज़ नीति प्रभाव में आई थी, जिसमें शराब की दरों में 20 प्रतिशत की कमी कर दी गई थी.

पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि ‘घर-घर जाकर शराब की डिलीवरी करने की घिनौनी व्यवस्था को तुरंत बंद किया जाए’. और उन्होंने ये भी कहा कि ‘ऐसी जगहों पर दुकानें नहीं खोली जानी चाहिए, जहां ‘महिलाएं और नागरिक विरोध करते हों’.

सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट्स में भारती ने कहा कि 1984 से 2022 तक उनके और चौहान के बीच सम्मान और स्नेह के संबंध थे. उन्होंने कहा, ‘शिवराज जी ऑफिस जाते समय या मेरे हिमालय प्रवास के समय या मेरे किसी भजन का स्मरण आने पर या तो मुझसे मिलते थे या फोन करते थे’.

भारती ने कहा कि पिछले दो सालों में ‘हर मुलाकात में’ उन्होंने चौहान से शराब बंदी पर बात की है. लेकिन, उन्होंने कहा कि अब ये बात सामने आ गई है, तो मुख्यमंत्री ने मीडिया के माध्यम से बात करना शुरू कर दिया है और सीधे उनसे बात नहीं कर रहे हैं.

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चौहान के एक बयान का हवाला देते हुए भारती ने कहा, ‘शिवराज सिंह जी ने परसों कहा कि लोग शराब पीना बंद कर दें, तो मैं शराब की दुकानें बंद कर दूंगा. जब लोग शराब पिएंगे ही नहीं, दुकानें चलेंगी ही नहीं, तो वह तो खुद ही बंद हो जाएंगी’.

भारती ने ये भी कहा कि अवैध शराब की बिक्री को रोकना, पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है. उन्होंने इसे कानून व्यवस्था की समस्या बताया और इस दिशा में कई सुझाव दिए.

उन्होंने कहा, ‘स्कूलों, अस्पतालों, मंदिरों और अन्य प्रतिबंधित स्थानों के पास चल रहीं शराब की दुकानें भी बंद कर दी जानी चाहिए’.

उन्होंने आगे कहा, ‘पहले इतना कीजिए, फिर उन कानूनी और उपयुक्त जगहों पर जहां शराब की दुकानें मौजूद हैं, वहां होर्डिंग्स होनी चाहिए जिनपर शराब पीने के नुकसान के फोटो लगे हों. फिर एक जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, जिनमें सभी धर्मों के साधु संत, सामाजिक संस्थाएं और मेरे तथा शिवराज जी की तरह, सभी दलों के नेता हिस्सा लें’.

बीजेपी की प्रदेश इकाई में बहुत से लोगों का कहना है कि तेज-तर्रार नेता ने, जो काफी समय से शराब नीति को लेकर बीजेपी की मध्य प्रदेश सरकार को निशाने पर लेती रही हैं, अगले दो साल में होने वाले प्रदेश और लोकसभा चुनावों पर अपनी निगाहें जमा ली हैं.


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‘हमारे बेटे-बेटियों के जीवन और सम्मान के साथ खिलवाड़ हो रहा है’

कुछ दिन पहले, भारती ने नई शराब नीति को लेकर सरकार पर हमला बोला था, जो शुक्रवार से लागू हुई. उन्होंने कहा था कि इस नीति में मादक पेय सस्ते और अधिक आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे.

भारती ने पहले अपने सिलसिलेवार ट्वीट्स में कहा था, ‘मेरे लिए शर्म की बात है कि हम अपने बेटे-बेटियों के जीवन और सम्मान के साथ खिलवाड़ करके आय कमा रहे हैं’.

पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछले महीने भी सनसनी फैला दी थी, जब उन्होंने भोपाल के आज़ाद नगर इलाके में शराब की दुकान के अंदर रखी शराब की बोतलों पर ईंट फेंककर मारी थी. बीजेपी नेताओं के मुताबिक उनका वो कदम ‘सूबे की राजनीति में उन्हें हाशिए पर किए जाने की कुंठा’ को दर्शाता था.

चौहान को लिखे एक पत्र में भारती ने ये कहते हुए अपने उस कदम का स्पष्टीकरण दिया था कि उनका आशय महिलाओं के ‘सम्मान’ की रक्षा करना था. पत्र में उन्होंने चौहान को राज्य में शराब बंदी लागू करने की भी याद दिलाई थी.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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