नई दिल्ली: तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस, दोनों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार और कमीशन के लिए जाने जाने वाले “दो परिवार द्वारा संचालित दलों” ने इस राज्य की प्रगति को रोक दिया है.
तेलंगाना में एक सभा को संबोधित करते हुए, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, पीएम मोदी ने कहा, “तेलंगाना की सरकार एक कार है लेकिन स्टीयरिंग व्हील किसी और के हाथ में है. तेलंगाना की प्रगति दो परिवार संचालित पार्टियों ने रोक दी है. ये दोनों परिवार संचालित पार्टियां अपने भ्रष्टाचार और कमीशन के लिए जानी जाती हैं.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग अपनी पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाते हैं, जहां शीर्ष पदों पर परिवार के सदस्य या उनके सहयोगी बैठे होते हैं.
पीएम ने कहा, “इन दोनों पार्टियों का फॉर्मूला एक ही है. पार्टी परिवार की, परिवार द्वारा और परिवार के लिए है. ये लोग लोकतंत्र को परिवारवाद में बदल रहे हैं. इनकी पार्टी एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलती है. अध्यक्ष, सीईओ, निदेशक, कोषाध्यक्ष, महाप्रबंधक, मुख्य प्रबंधक और प्रबंधक सभी एक ही परिवार के हैं.”
पीएम ने आगे चुटकी लेते हुए कहा कि हालांकि वे सहायक कर्मचारियों के रूप में बाहर से कुछ लोगों को रखते हैं.
पीएम मोदी सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और उच्च शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 13,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए एक दिवसीय दौरे पर आज यहां पहुंचे.
कई परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह के बाद पीएम मोदी ने महबूबनगर में एक रोड शो किया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ता सड़क के दोनों ओर कतार में खड़े होकर जयकार कर रहे थे और उन पर फूलों की वर्षा कर रहे थे.
पीएम ने अपने संबोधन में कहा, “आज मुझे तेलंगाना के लोगों के कल्याण के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला. 13,500 करोड़ रुपये से अधिक की ये परियोजनाएं राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी. इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.”
उन्होंने कहा कि यहां भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति साबित करती है कि तेलंगाना बीजेपी सरकार चाहता है.
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा, “राज्य सरकार किसानों के लिए योजनाओं के माध्यम से पैसा कमा रही है. सिंचाई परियोजना के बहाने तेलंगाना में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है.”
उन्होंने कहा, “तेलंगाना में किसानों से कृषि ऋण माफ करने का वादा किया गया था. हालांकि, झूठे वादों के कारण कई किसानों की जान चली गई. राज्य सरकार ने कभी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया.”
उन्होंने कहा, “तेलंगाना में हमारी सरकार नहीं है. इसके बावजूद हमने किसानों की मदद के लिए सब कुछ किया. हमने वर्षों से बंद पड़े रामागुंडम उर्वरक संयंत्र को दोबारा शुरू किया.”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि “भ्रष्ट” केसीआर सरकार को आदिवासियों के हितों की कोई परवाह नहीं है क्योंकि वह केंद्र द्वारा स्थापित किए जाने वाले केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के लिए भूमि आवंटन को पांच साल तक रोकती रही.
पीएम ने कहा, “केंद्र सरकार ने मुलुगु जिले में 900 करोड़ रुपये में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है. जिसका नाम आदिवासी देवी सम्मक्का सरक्का के नाम पर रखा जाएगा. यह विश्वविद्यालय सालों पहले बनाया जा सकता था अगर यहां की भ्रष्ट सरकार ने इसमें रुचि दिखाई होती. लेकिन अफसोस कि राज्य सरकार विश्वविद्यालय को जमीन देने का काम 5 साल तक टालती रही. इससे पता चलता है कि तेलंगाना सरकार को आदिवासी हितों की परवाह नहीं है.”
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