नई दिल्ली: शिवसेना नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर हमला बोला है. आदित्य ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा, ‘विपक्ष शिवसेना से ईर्ष्या करता है. हम उनके इस दर्द को समझते है. राज्य की सत्ता से बाहर जाने की वजह से बेहद दुखी है. मैं उन्हें बरनॉल लगाने की सलाह नहीं दूंगा.
ठाकरे ने कहा, ‘राज्य की जनता ने हम पर विश्वास जताया है. हमारी सरकार अपने काम पर पूरा ध्यान दे रही है. हम जनता से किए गए वादों को पूरा करने की तरफ तेजी से काम कर रहे है.कुछ वादों को पूरा करना शुरू भी कर दिया है. जैसे कि कर्ज माफी 10 रूपए खाना और लोगों को घर मुहैया करवाना.’
आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन राज्य के कल्याण के लिए काम करती रहेगी. हम इस तरह के ट्रोल्स को नजरअंदाज करेंगे. उन लोगों को हमें ट्रोल करने दीजिए क्योंक वे सत्ता में नहीं है. वे इसी काम में व्यस्त रहे.
दरअसल, शिवेसना प्रमुख तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 15 दिसंबर को संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई की तुलना 1919 के जलियावाला बाग नरसंहार से की थी, जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की पत्नी अमृता फड़णवीस ने उद्धव की आलोचना की थी. अमृता फड़णवीस के बयान की ओर इशारा करते हुए आदित्य ने शुक्रवार को अपने पिता का बचाव किया.
बैंकर अमृता फड़णवीस ने ट्वीट किया था, ‘कोई भी अपने नाम के आगे ठाकरे लगाकर ठाकरे नहीं बन सकता. व्यक्ति को सच्चा, सिद्धांतवादी बनने की जरूरत है और अपने परिवार तथा सत्ता की ललक से ऊपर उठकर लोगों और पार्टी के सदस्यों की बेहतरी के लिए सोचना चाहिए.’
आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, ‘सोशल मीडिया ट्रोल्स को नजरअंदाज कर देना चाहिये और विकास कार्यों पर ध्यान लगाना चाहिये. जिन लोगों ने वादे पूरे नहीं किये अब वे सत्ता में नहीं है. हमें उनका दर्द समझना चाहिये.’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ में )