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Sunday, 28 April, 2024
होमराजनीति‘कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी’, पुलिस लाठीचार्ज में नेता की मौत के बाद अधिकतर BJP नेताओं ने जताया गुस्सा

‘कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी’, पुलिस लाठीचार्ज में नेता की मौत के बाद अधिकतर BJP नेताओं ने जताया गुस्सा

आज बिहार बीजेपी द्वारा पटना में एक विरोध मार्च का आयोजन किया गया था, जिसमें बिहार पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया. लाठीचार्ज के दौरान चोट लगने से बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह की कथित तौर पर मौत हो गई.

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नई दिल्ली: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस लाठीचार्ज में बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह की हत्या के बाद बीजेपी नेताओं का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर गुस्सा फूटा. अधिकतर बीजेपी नेताओं ने इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने घोषणा की कि बीजेपी विधानसभा मार्च के दौरान मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के परिवार को 10 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है.

शुक्रवार को काला दिवस मनाएगी बीजेपी

बीजेपी नेता की मौत और पटना पुलिस द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर बिहार बीजेपी शुक्रवार को पूरे बिहार में काला दिवस मनाएगी. बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बीजेपी सरकार के विरोध में पूरे राज्य में काला दिवस मनाएगी.

वहीं बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बीजेपी नेता की हत्या के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, “हमारे नेता की हत्या हुई है. हमारे कई कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा गया है. उनमें से कई को गंभीर चोटें आई हैं. कल बिहार में काला दिवस मनाया जाएगा. पूरे राज्य में नीतीश कुमार का पुतला फूंका जाएगा. परसो हम मंडल स्तर पर सरकार के खिलाफ धरना देंगे. राज्यपाल महोदय से भी समय मांगा गया है, हम उनसे भी मिलेंगे. बीजेपी कार्यकर्ता की मौत अस्वीकार्य है.”

वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, “बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पटना में हुआ लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है. महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के किले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है. जिस व्यक्ति पर चार्जशीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं.”

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि  शांतिपूर्ण ढंग से संचालित विधानसभा मार्च पर बर्बर लाठीचार्ज कर एक कार्यकर्ता की जान लेना और दर्जनों लोगों को बुरी तरह जख्मी करना निंदनीय है. क्या यही लोकतंत्र है नीतीश कुमार जी.

उन्होंने कहा, “प्रदर्शन करने के अधिकार को लाठी के बल पर रौंदने वाली सरकार किस मुँह से लोकतंत्र बचाने की बात करती है. बीजेपी के जहानाबाद जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. इसके विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.”

बक्सर से सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, “बिहार में लोकतंत्र की आज हत्या हुई हैं, कायर और सत्ता के अहंकार में चूर चच्चा-भतीजा की पुलिस ने बिहार के हक और अधिकार के लिए लड़ रहे बीजेपी बिहार के निहत्थे कार्यकर्ता की जान ले ली. इस कायर सरकार को बीजेपी के कार्यकर्ता जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उखाड़ फेंकेगी.”

‘मौत नहीं हत्या है’

बीजेपी नेताओं के अलावा बिहार के दूसरे राजनीतिक दलों ने भी बीजेपी नेता की मौत पर सवाल उठाया है. लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद चिराग पासवान ने कहा कि यह उनकी मौत नहीं हत्या है. उन्होंने कहा, “बीजेपी नेता की मौत के लिए सीधे तौर पर नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. अगर किसी मुख्यमंत्री के कार्यकाल में लोगों को पीट-पीटकर मार डाला जा रहा है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार हो सकता है. नीतीश कुमार बिहार के गृहमंत्री भी हैं, इसलिए यह उनकी जवाबदेही बनती है.”

बता दें कि आज बिहार बीजेपी द्वारा  राज्य सरकार से 10 लाख रोजगार मुद्दे को लेकर विधानसभा मार्च का आयोजन किया था. इस मार्च में राज्यभर से आए हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए थे. बीजेपी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान से पैदल मार्च शुरू किया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में मार्च गांधी मैदान से डाकबंगला चौराहे पर जैसे ही पहुंचा तो पुलिस ने मार्च को रोक दिया, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता हंगामा करने लगे. बीजेपी कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दी जिसके बाद भगदड़ मच गई.

वहीं पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ नारे लगाए.

गांधी मैदान से लेकर विधानसभा तक 40 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी. पटना पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कई जगहों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी.

मार्च में बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सहित कई सांसद और विधायक शामिल हुए थे.


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