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Monday, 4 November, 2024
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सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ करेंगे अनशन, BJP के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप

कांग्रेस नेता का आरोप है कि उनकी सरकार भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार के दौरान तमाम भ्रष्टाचार हुए थे, जिनका चुनाव से पहले हमने मुद्दा बनाया था लेकिन हमारी सरकार उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

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नई दिल्ली : राजस्थान कांग्रेस के नेता और विधायक सचिन पायलट राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने जा रहे हैं. उन्होंने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बार-बार मांग करने पर भी भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे जनता में हमारी सरकार के खिलाफ गलत संदेश जा रहा है.

सचिन पायलट ने रविवार को एक प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि, ‘हम सत्ता में आने से पहले भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार के हुए तमाम मुद्दों को उठाए थे, जिस पर जनता ने हम पर भरोसा करके भारी बहुमत से जिताया था. मैंने दो बार सीएम गहलोत को इन मामलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया. अब राज्य में चुनाव के 6-7 महीने ही बचे हैं, भाजपा हमारे खिलाफ तमाम एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही लेकिन हमारी सरकार फिर भी भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम नहीं उठा रही है. इसको लेकर मैं 11 अप्रैल को एक दिन के लिए अनशन पर बैठूंगां.’

कांग्रेस विधायक पायलट ने कहा, ‘मैंने सीएम गहलोत को एक पत्र लिखा और कहा कि चुनाव आने वाला है हमें यह जनता को दिखाना चाहिए कि हमारे वादों और हमारे काम में कोई फर्क नहीं है. लेकिन मुझे अभी तक सीएम का कोई जवाब नहीं मिला है.’

उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ खान घोटाला जो कि काफी बड़ा था उसकी सीबीआई जांच अभी तक नहीं की गई है और न ही ललित मोदी मामले पर कोई कार्रवाई की गई है.

पायलट ने कहा कि, ‘आप सभी को पता है कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. एक तरफ केंद्र सरकार कांग्रेस लीडरशिप को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है, लेकिन राजस्थान में हम जांच एजेंसियों का न तो सदुपयोग कर रहे हैं न ही इस्तेमाल. यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है…क्योंकि जनता ऐसा न सोचे कि हम अपने वादों को पूरा नहीं कर सकते.’

कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने वादों को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन करूंगा ताकि जनता को यह महसूस न हो कि हम कोई काम नहीं कर रहे हैं या हमने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया.

पायलट ने कहा कि उन्होंने गहलोत सरकार को पहली चिट्ठी 28 मार्च 2022 को लिखी थी, जिसका मुझे कोई जवाब नहीं मिला. तो फिर मैंने 2 नवंबर 2022 को एक और चिट्ठी लिखी जिसमें मैंने उन्हें विनम्रता से कहा कि मैंने आपने और कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे और जनता ने हमारी बातों पर विश्वास किया लेकिन इसका भी जवाब हमें अभी तक नहीं मिला.

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जब जनता के बीच जाने का अब 6 या 7 महीने का समय ही बचा है तो हम लोगों के बीच जाने से पहले कुछ कार्रवाई करें.

उन्होंने कहा कि भारत सरकार सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स तमाम एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. ये पूरा देश जानता है. संपूर्ण विपक्ष बोलता है और हम लोग भी बोलते हैं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. और 95% यह कार्रवाइयां विपक्षियों के खिलाफ हो रही हैं. लेकिन राजस्थान सरकार की जो अपनी एजेंसियां हैं उनका जांच में इस्तेमाल नहीं हो रहा है. यह बड़ा विचित्र मामला था, इसको लेकर मैं बहुत चिंतित था. यह प्रकरण सालभर से ज्यादा हो गया. आज मैं चाहता हूं कि ये बात पब्लिक डोमेन में जाए.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगना नहीं चाहिए, पब्लिक को नहीं लगना चाहिए कि हम लोग कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं.

गौरतलब है कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लगातार तनातनी सामने आती रही है. हाल ही में एक इंटरव्यू में सीएम गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार तक कह दिया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सचिन पायलट ने कहा था कि एक राजनेता के साथ साथ वह इंसान भी हैं इस टिप्पणी से उन्हें पीड़ा हुई. लेकिन वह अतीत में नहीं जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि हम सबको मिलकर काम करना है. नेतृत्व के मसले पर पार्टी ही फैसला लेगी.


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