नई दिल्ली : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू यादव ने रविवार को बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर की विचारधारा को मानने वाली पार्टियां एक साथ आ रही हैं.. बीजेपी का सफाया हो जाएगा. एक उम्मीदवार के खिलाफ एक उम्मीदवार उतारा जाएगा. उन्होंने पटना में छात्र राजद भारत के एकदिवसीय सम्मेलन में ये बातें कही.
आरजेडी प्रमुख ने कहा, “‘इंडिया’ बनाम भारतीय जनता पार्टी. अब भारतीय जनता पार्टी का सफाया तय है. निकट भविष्य में हम (इंडिया गठबंधन) महाराष्ट्र में फिर जुटने वाले हैं, जहां हम आगे की रणनीति को अंतिम रूप देंगे…”
मुंबई में होने वाली बैठक 25-26 अगस्त को तय हुई थी. लेकिन खबरें आ रही हैं कि विपक्षी खेमे के नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार की व्यस्तता के कारण ये बैठक इस तारीख में नहीं हो पाएगी. माना जा रहा है कि या बैठक सितम्बर तक टाली जा सकती है.
#WATCH | Patna: RJD chief Lalu Prasad Yadav says, "Parties believing in the ideology of Baba Saheb Ambedkar are coming together…BJP will be wiped out. In the coming time, we (I.N.D.I.A alliance) are going to meet in Maharashtra where we will finalise the strategy ahead…" pic.twitter.com/hfpRyZbVfw
— ANI (@ANI) July 30, 2023
लालू यादव ने कहा कि जब से इंडिया बना है बीजेपी का जीना दुश्वार हो गया है. हम पूरे देश में भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे. 2024 में मुकाबला एक-एक सीट पर सीधा होगा. जल्द ही हम महाराष्ट्र में जुटेंगे. छात्र-नौजवान पंचायत स्तर पर घूमें. नरेंद्र मोदी संविधान को मिटाना चाहते हैं, हम संविधान को मिटने नहीं देंगे. बाबा साहब का विचार अब बूथ लेवल तक पहुंचाएंगे.
उन्होंने कहा बिहार में आरजेडी जेडीयू और कांग्रेस मिलकर सरकार चला रहे हैं. चुनाव में एक उम्मीदवार के खिलाफ एक उम्मीदवार उतरेगा. लड़ाई इंडिया बनाम एनडीए होगी. हम आपसी मतभेद भुलाएंगे, इसलिए मैं दिल्ली जा रहा हूं.
तीसरी बैठक कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा के शरद पवार गुट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जानी है.
वहीं इससे पहले बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को विपक्षी दलों दूसरी बैठक हुई थी. इसमें 26 दल शामिल हुए थे. इससे पहले 23 जून को पटना में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने पहली बैठक की मेजबानी की थी. इसमे 15 पार्टियों ने हिस्सा लिया था. विपक्षी दल 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी को हराने के लिए एक साथ आ रहे हैं. अगली बैठक महाराष्ट्र में होनी हैं जहां गठबंधन आगे की रणनीति तय करेगा.
पीएम मोदी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार साझा करेंगे मंच
एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शरद पवार मंच साझा करेंगे. यह पहली बार होगा जब अपनी पार्टी में बगावत के बाद शरद पवार पीएम के साथ मंच साझा करते नजर आएंगे.
बता दें कि एनसीपी से अजित पवार का गुट अलग होकर महाराष्ट्र की भाजपा सरकार में शामिल हो गया है, जिसको लेकर एनसीपी संकट का सामना कर रही है. शरद पवार इसको लेकर पूरे महाराष्ट्र की यात्रा करने वाले हैं.
वहीं शरद पवार और पीएम मोदी के मंच साझा करने को लेकर विपक्ष में संदेह और सुगबुगाहट पैदा हो गई है.
कैसे आया INDIA का नाम का आइडिया
दिप्रिंट के शरण पूवन्ना और इशाद्रिता लाहरी की रिपोर्ट के मुताबिक INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) बेंगलुरु की बैठक में भाग लेने वाले नेताओं ने दिप्रिंट को बताया कि यह संक्षिप्त नाम आना आसान नहीं था. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा सोमवार को आयोजित रात्रिभोज में कई नाम सुझाए गए. लेकिन, घटनाक्रम से अवगत लोगों ने कहा, यह एक समूह था जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और के.सी. वेणुगोपाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ’ब्रायन, शामिल थे, जो ‘इंडिया’ के आइडिया के साथ सामने आए थे.
ओ’ब्रायन ने 19 जुलाई को दिप्रिंट को बताया था, “हम किसी नाम की तलाश में नहीं थे. हम एक बड़े विचार की तलाश में थे और वह है भारत.”
हालांकि बैठक में शामिल हुए कई नेताओं ने इस आइडिया के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का नाम लिया. बैठक में भाग लेने वाले दो नेताओं के अनुसार, ‘इंडिया’ संक्षिप्त नाम में शब्दों के इस्तेमाल की असीमित क्षमता, मजाक उड़ाए जाने के खिलाफ एक सेफगार्ड के रूप में खोजा गया.
एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उद्घाटन भाषण के बाद बनर्जी बोलने उठीं जहां उन्होंने बैठक से पहले इस संक्षिप्त नाम को रखा था.
संसद सदस्य और विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) पार्टी के प्रतिनिधि थोल थिरुमावलवन ने दिप्रिंट को बताया, “ममता बनर्जी ने भारत का सुझाव दिया, जो भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन के लिए था. इसका समर्थन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने किया. ”
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