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Friday, 1 November, 2024
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PM मोदी का ध्यान बंगाल चुनाव पर था, उनके आंसू लोगों के आंसू नहीं मिटा पाए: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए और कोविड से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए कोविड मुआवजा कोष बनाना चाहिए.

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नई दिल्ली: राहुल गांधी ने मोदी सरकार के कोविड प्रबंधन को लेकर कांग्रेस का ‘श्वेत पत्र’ जारी किया और कहा कि इसका उद्देश्य राष्ट्र को कोरोनावायरस की तीसरी लहर के लिहाज से तैयार करने में मदद देना है.

गांधी ने मोदी सरकार को कुछ महत्वपूर्ण सुक्षाव दिए हैं और इसपर अमल करने की उम्मीद जताई है. गांधी ने कहा कि देश को जो दर्द पहुंचा, लाखों लोगों की मृत्यु हुई, कोरोना ने क्या किया है यह पूरा देश जानता है.

उन्होंने कहा, ‘हमने यह श्वेत पत्र डिटेल में तैयार किया है और इस श्वेत पत्र के कुछ लक्ष्य हैं.’

गांधी ने कहा, ‘श्वेत पत्र में हमने चार मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया है. पहला बिंदु तीसरी लहर की तैयारी है. दूसरा बिंदु यह है कि गरीबों, छोटे व्यापारियों को आर्थिक मदद दीजिए. तीसरा यह कि कोविड मुआवजा कोष बने. चौथा बिंदु पहली और दूसरी लहर की गलतियों के कारणों का पता लगाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि आगे यह गलतियां नहीं हों.’

उन्होंने कहा, ‘जो लोग मरे उनमें से 90 प्रतिशत को बचाया जा सकता था. ऑक्सीजन की कमी के कारण बहुत लोगों की मुत्यु हुई है. पीएम मोदी के आंसू इन परिवारों के आंसू नहीं मिटा पाए. वो सब परिवार जानते हैं कि पीएम के आंसू उन्हें नहीं बचा पाता लेकिन ऑक्सीजन जरूर बचा पाता.’

राहुल गांधी ने कहा, ‘कोरोना की दूसरी लहर को पीएम मोदी ने गंभीरता से नहीं लिया. उनका ध्यान ऑक्सीजन की बजाए बंगाल चुनाव पर था.’


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‘वैक्सीनेशन सबसे अहम’

राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए कहा कि कोविड का मुकाबला करने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे अहम है.

उन्होंने कहा कि ये जरूरी है कि हम जल्द से जल्द 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करें क्योंकि यही एकमात्र सुरक्षा है.

राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए और कोविड से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए कोविड मुआवजा कोष बनाना चाहिए.

संवाददाता सम्मेलन में गांधी ने कहा, ‘सारा देश जानता है कि कोविड-19 की तीसरी लहर आने वाली है, हम सरकार से इसके लिए तैयारी करने का अनुरोध कर रहे हैं. यह स्पष्ट है कि कोविड की पहली और दूसरी लहर का प्रबंधन विनाशकारी रहा है और हमने इसके कारण बताने का प्रयास किया है.’

उन्होंने कहा, ‘जो काम और जिन आवश्यकताओं की पूर्ति दूसरी लहर में नहीं की गयी वो सभी काम तीसरी लहर में बिल्कुल किये जाने चाहिए, चाहे वह हॉस्पिटल बेड्स की आवश्यकता हो, इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सीजन, दवाइयों की आवश्यकता हो.’

राहुल गांधी ने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स ने दूसरी लहर की बात की थी, उस समय जो कार्य सरकार को करने थे, जो व्यवहार होना चाहिए था, वह नहीं रहा और पूरे देश को दूसरी लहर का असर सहना पड़ा.’

उन्होंने कहा, ‘इस श्वेत पत्र का लक्ष्य किसी पर उंगली उठाना नहीं है, इसका लक्ष्य ये नहीं है कि सरकार ने कुछ गलत किया, हम गलती की तरफ इशारा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हम जानते हैं कि आने वाले समय में इन गलतियों को ठीक करना करना होगा.’

गांधी ने कहा कि सरकार को कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिए सभी राज्यों के साथ समान बर्ताव करना चाहिए और राज्यों को भाजपा शासित या विपक्षी दल शासित के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.

बता दें कि 21 जून से देश के टीकाकरण अभियान में बदलाव किया गया है. अब केंद्र सरकार ही पूरे देश के टीकाकरण अभियान की कमान संभाल रही है. सोमवार को देश में करीब 85 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई है जो अब तक सबसे ज्यादा है. अब तक 28.8 करोड़ लोगों को देश में वैक्सीन लग चुकी है.


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