नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं अंबाला से बीजेपी के सांसद रतन लाल कटारिया का गुरुवार को निधन हो गया. कटारिया लगभग एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे जिसके बाद चंडीगढ़ के एक सरकारी अस्पताल में आज 72 वर्षीय का निधन हो गया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रतन लाल कटारिया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि निधन राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
उन्होंने कहा, “पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं अंबाला से सांसद श्री रतन लाल कटारिया जी के निधन से मन अत्यंत दुखी है. समाज के हित और हरियाणा के लोगों की उन्नति के लिए उन्होंने हमेशा संसद में आवाज़ उठाई. उनका चले जाना राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है.”
हरियाणा के सीएम ने कटारिया के अंबाला स्तिथ आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
खट्टर ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें.
बता दें कि तीन बार के सांसद कटारिया को पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER), चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया था और पिछले कुछ दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी.
इससे पहले बुधवार शाम त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के हरियाणा प्रभारी बिप्लब कुमार देब 72 वर्षीय का हालचाल जानने के लिए चंडीगढ़ पीजीआई पहुंचे थे और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी.
कटारिया 1980 में भाजयुमो का प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में चुने गए थे. इसके बाद राजनीति में एक लंबे सफर और कई पदों पर नियुक्ति के बाद 2001 से 2003 तक के लिए उन्हें भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था.
अंतिम क्षणों में मज़बूत इच्छाशक्ति
निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, त्रिपुरा के पूर्व सीएम ने ट्विटर पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय MoS और अंबाला के सांसद श्री रतन लाल कटारिया का निधन बहुत दुखद है.”
उन्होंने कहा, “कल रात ही मैं कटारिया जी से पीजीआई चंडीगढ़ में मिला था, उनके अंतिम क्षणों में भी उनकी इच्छाशक्ति बहुत मजबूत थी. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ईश्वर कटारिया जी की पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें.”
अंबाला सांसद ने 7 जुलाई 2021 तक जल शक्ति मंत्रालय और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया. कटारिया को 1999 को अंबाला का सांसद के रूप में नियुक्त किया गया था.
कटारिया ने 1987-90 तक प्रदेश सरकार के संसदीय सचिव एवं हरिजन कल्याण निगम के चेयरमैन के रूप में भी काम किया जिसके बाद 1997 से 1999 तक वह हरियाणा वेयर हाउसिंग के चेयरमैन के पद पर बने रहे.
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