नई दिल्ली: बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा हुई. विपक्ष की तरफ से सबसे पहले बात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रखी. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार की बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, चीन, नोटबंदी को लेकर काफी आलोचना की.
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि ‘मुझे ऐसा लगता है कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक रणनीतिक दृष्टि के बजाय नौकरशाही विचारों की एक लिस्ट थी. मुझे ऐसा लग रहा था कि यह नेतृत्व की दृष्टि से नहीं बल्कि नौकरशाहों के एक समूह द्वारा बनाया गया है.’
राहुल ने आगे कहा कि ‘दुर्भाग्य से राष्ट्रपति के अभिभाषण में उन कामों की एक लंबी लिस्ट थी जिन के बारे में सरकार दावे करती आ रही है. उसमें गहरे रणनीतिक मुद्दे शामिल नहीं थे जिन्हें हम देखना चाहते हैं. इसमें हमारे देश के सामने मौजूद कुछ अहम चुनौतियों का जिक्र नहीं था.’
उन्होंने कहा कि इसमें तीन बुनियादी चीजों के बारे में जिक्र नहीं किया गया था. सबसे पहला जो मुझे लगता है कि बहुत अहम है. वो यह है कि अब दो भारत हैं, अब एक भारत नहीं बचा है. एक भारत बहुत धनी लोगों के लिए है- जिनके पास बेहद पैसा है, बहुत शक्ति है, उनके लिए जिन्हें नौकरी की जरूरत नहीं है, जिन्हें पानी के कनेक्शन की जरूरत नहीं है, बिजली के कनेक्शन की जरूरत नहीं है. फिर गरीबों के लिए एक भारत है. इन दोनों भारत के बीच की खाई चौड़ी हो रही है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘यूपीए की सरकार ने 27 करोड़ लोगों को दस साल में गरीबी से बाहर निकाला था. 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस धकेल दिया.’
’50 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी’
राहुल ने बेरोजगारी पर बोलते हुए कहा कि ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी पर एक भी शब्द नहीं था. देश भर के युवा नौकरी की तलाश में हैं. आपकी सरकार उन्हें नौकरी प्रदान करने में असमर्थ है.’
राहुल ने कहा, ‘आप रोजगार देने की बात करते हैं, 2021 में 3 करोड़ युवाओं की नौकरी चली गई. आज भारत 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी का सामना कर रहा है. आप मेड इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया की बात करते हैं लेकिन युवाओं को वह रोजगार नहीं मिला जिसकी उन्हें उम्मीद थी. जो उनके पास था वह गायब हो गया है.’
उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘आप मेड इन इंडिया की बात करते हैं लेकिन आज मेड इन इंडिया नहीं बन सकता.’ राहुल ने पूछा कि ‘मेड इन इंडिया में शामिल लोग कौन हैं? लघु और मध्यम उद्योग, असंगठित क्षेत्र – जिसे आपने खत्म कर दिया है. मेड इन इंडिया नहीं होने जा रहा है.’
‘आप चीन और पाकिस्तान को करीब लेकर आए’
राहुल ने मोदी सरकार पर न्यायपालिका, चुनाव आयोग, पेगासस को राज्यों की आवाज को खत्म करने के लिए साधन के तौर पर प्रयोग करने का आरोप लगाया.
उन्होंने मोदी सरकार की पढ़ोसी देशों के साथ खराब रिश्तों को लेकर भी आलोचना की.
राहुल ने कहा कि ‘अपने आप से पूछें कि गणतंत्र दिवस पर आपको मेहमान क्यों नहीं मिल पा रहे हैं. आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है. हम श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन से घिरे हुए हैं. हर जगह हम घिरे हुए हैं. हमारे विरोधी हमारी स्थिति को जानते हैं.’
राहुल ने भारत और चीन के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘किसी भी भ्रम में न रहें, अपने सामने खड़ी हुई ताकत को कम न समझें. आप पाकिस्तान और चीन को साथ लाए हैं. यह एकमात्र सबसे बड़ा अपराध है जो आप भारत के लोगों के खिलाफ कर सकते हैं.’
इस बारे में उन्होंने कहा कि ‘चीन का बहुत स्पष्ट कि वे क्या करना चाहता है. भारत की विदेश नीति का एकमात्र सबसे बड़ा रणनीतिक लक्ष्य पाकिस्तान और चीन को अलग रखना रहा है. आपने क्या किया है? आप उन्हें एक साथ लाए हैं.’
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