मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के बीच आजकल सबसे ज्यादा चर्चा स्पोर्ट्स शू, जॉगिंग, ब्रिस्क वॉक और एक्सरसाइज आदि पर होती हैं, और हो भी क्यों ना, वे पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए खुद को पूरी तरह फिट करने में जो जुटे हैं.
चार दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना से गुजरते हुए करीब 1,000 किमी की दूरी तय तय कर चुकी भारत जोड़ो यात्रा अब 7 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने जा रही है.
स्थानीय नेता पूरी तरह यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि वे राहुल गांधी के साथ कदमताल मिलने में कहीं पीछे न रह जाएं, भले ही उन्हें एक सीमित दूरी तक ही यात्रा का हिस्सा क्यों न बनना हो. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बात करें तो वह इस यात्रा में प्रतिदिन करीब 25 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अगर किसी को इस तरह पसीना बहाने की आदत नहीं है, तो उसके लिए ज्यादा दूरी तक पैदल चल पाना मुश्किल होगा. एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘इसके लिए काफी धैर्य की जरूरत होती है. ऐसी चीजों के लिए तो आपको कम से कम एक साल पहले तैयारी शुरू करनी पड़ती है. अगर आप पूर्व तैयारी के बिना इतने किलोमीटर तक चलना शुरू करेंगे तो मांसपेशियां जवाब दे जाएंगी.’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने मीडिया से कहा, ‘मैं हर सुबह टहल रहा हूं क्योंकि पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.’
भारत जोड़ो यात्रा चव्हाण के गढ़ माने जाने वाले नांदेड़ के रास्ते ही महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी.
चव्हाण ने कहा कि अपने पेशे के कारण उन्हें अब नियमित तौर पर एक्सरसाइज करने का समय नहीं मिलता है. उन्होंने बताया, ‘लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से मैंने वॉक करना शुरू कर दिया है ताकि यात्रा के दौरान किसी तरह की दिक्कत न हो.’
भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर तक महाराष्ट्र में ही चलेगी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की तरफ से निर्धारित यात्रा मार्ग के मुताबिक इसे मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ और विदर्भ के हिंगोली, वाशिम, अकोला और बुलढाणा आदि जिलों से गुजरना है.
इस दौरान नांदेड़ में और शेगांव, अकोला में दो जनसभाएं की जाएंगी.
चव्हाण के मुताबिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार 8 नवंबर को नांदेड़ पहुंचेंगे और अगले दिन यात्रा में शामिल होंगे. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे में यात्रा में शामिल होने की तारीखों की पुष्टि नहीं हुई है.
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फिटनेस पर पूरा जोर
राज्य के कांग्रेस नेताओं ने खुद को यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार करने के क्रम में पिछले कुछ दिनों से अपनी फिटनेस पर खास ध्यान देना और अधिक से अधिक पसीना बहाना शुरू कर दिया था.
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पलूस-कडेगांव के विधायक विश्वजीत कदम एक पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी हैं और उन्हें हर दिन जॉगिंग की आदत है. लेकिन यात्रा की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए वह पिछले कुछ दिनों से रोजाना छह किलोमीटर जॉगिंग कर रहे हैं.
दिप्रिंट ने इस बाबत कदम से बात करने की कोशिश की, लेकिन फोन कॉल पर कोई जवाब नहीं मिला.
वहीं, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने बताया कि वह पिछले 15 सालों से नियमित तौर पर वर्कआउट करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे घर में एक छोटा-सा जिम भी है जहां मैं एक्सरसाइज करता हूं. मुझे हर रोज 5 किलोमीटर पैदल चलने की आदत है, इसलिए कोई समस्या नहीं होने जा रही.’
वह सात दिनों के लिए यात्रा में शामिल होने और उस दौरान राहुल गांधी के साथ चलने की योजना बना रहे हैं.
बुलढाणा में यात्रा संबंधी तैयारियों का जिम्मा संभाल रही पूर्व कैबिनेट मंत्री यशोमती ठाकुर ने कहा, ‘मैं नियमित तौर पर एक्सरसाइज करती हूं और रोज आठ से नौ किमी तक चलती हूं. मैं जितनी देर तक चल पाऊंगी, जरूर चलूंगी.’ साथ ही जोड़ा, यह देखना काफी ‘प्रेरणादायक’ है कि उनके नेता (राहुल) ‘इतने फिट हैं.’
एक अन्य नेता सतेज पाटिल ने दिप्रिंट को बताया कि वह हर रोज थोड़ा और ज्यादा वॉक करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं पहले ही नियमित तौर पर अपनी फिटनेस का ख्याल रखता रहा हूं. इसके अलावा, अब मैं हर रोज अधिक से अधिक चलने की कोशिश कर रहा हूं.’
अभी यात्रा तैयारियों में पूरी तरह व्यस्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने दिप्रिंट को बताया कि एक किसान और वारकरी (जो मूलत: भक्ति आंदोलन से जुड़ा समुदाय है) होने के नाते, वह चलने के आदी हैं और बेहद उत्सुकता के साथ यात्रा में शामिल होने का इंतजार कर रहे हैं.
ऊपर शुरू में उद्धृत एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शारीरिक क्षमता और सहनशक्ति के अलावा, ऐसी यात्राओं के लिए मानसिक स्तर पर मजबूती की भी जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा, ‘यह बहुत आसान बात भी नहीं है. आप अपने शरीर के बारे में पूरी तरह नहीं जानते. यह हर रोज एक-दो घंटे चलने से बिल्कुल अलग मामला है.’
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि सभी नेता राज्य में 380 किलोमीटर की यात्रा के दौरान पूरी दूरी तय नहीं करेंगे. वे अपने कार्यक्रम के मुताबिक समय-समय पर इसमें शामिल होते रहेंगे क्योंकि कई वरिष्ठ नेताओं पर यात्रा के प्रबंधन संबंधी जिम्मेदारियां भी हैं.
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