scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमराजनीतिकृषि कानूनों की वापसी पर राहुल, अखिलेश, ममता का मोदी पर निशाना, कहा- चुनावी हार के डर से लिया फैसला

कृषि कानूनों की वापसी पर राहुल, अखिलेश, ममता का मोदी पर निशाना, कहा- चुनावी हार के डर से लिया फैसला

गौरतलब है कि किसान तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर लगभग एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के दौरान लगभग 700 किसान शहीद हो चुके हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लगभग एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों की मांग मानते हुए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. गौरतलब है कि किसान तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर लगभग एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के दौरान लगभग 700 किसान शहीद हो चुके हैं. इसको लेकर विपक्षी नेताओ ने मोदी पर निशाना साधा है और कहा कि उन्होने चुनाव मे हार के डर से ये फैसला लिया.

तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद विपक्ष ने कसा तंज

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि चुनाव में आसन्न हार को देखते हुए प्रधानमंत्री को सच्चाई समझ आने लगी है, लेकिन उनकी नीयत एवं बदलते रुख पर विश्वास करना मुश्किल है.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा.

पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा को ‘सही दिशा में उठाया गया कदम’ करार दिया.

उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ‘अपने लिए हालात बिगड़ते देख’प्रतिक्रिया देती है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसानों को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अथक संघर्ष करने के लिए बधाई दी और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जिस ‘क्रूरता’ से व्यवहार किया, उससे वे विचलित नहीं हुए.

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘किसानों के लंबे और कठिन संघर्ष, सभी प्रतिकूल स्थितियों के खिलाफ उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प ने भाजपा को उसकी असली जगह दिखा दी.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त करने की सरकार की घोषणा का शुक्रवार को स्वागत करते हुए कहा कि यह केवल किसानों की ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की भी जीत है.


यह भी पढ़े:बुंदेलखंड में बोले पीएम मोदी- पहले की सरकारें UP को लूटते नहीं थकती थीं, हम काम करते नहीं थकते


 

share & View comments