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Wednesday, 20 November, 2024
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UP चुनाव पर बोलीं प्रियंका- ध्रुवीकरण SP-BJP दोनों को भाता है, लोगों को दूसरी तरह की राजनीति की जरूरत

प्रियंका गांधी ने कहा, 'महिलाओं को अलग राजनीतिक इकाई के रूप में मतदान करना चाहिए. अब समय आ गया है कि वे अपने अधिकारों पर जोर दें, राजनीतिक क्षेत्र में उचित अधिकार की मांग करें.'

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नई दिल्ली: यूपी कांग्रेस प्रभारी और नेता प्रियंका गांधी ने एक साक्षात्कार में कहा कि राजनीति अब असली और विकास के मुद्दों पर होनी चाहिए. उन्होंने सपा-भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ध्रुवीकरण की राजनीति दोनों पार्टियों भाती है, अब लोगों को दूसरे तरह की राजनीति की जरूरत है.

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘महिलाओं को अलग राजनीतिक इकाई के रूप में मतदान करना चाहिए. अब समय आ गया है कि वे अपने अधिकारों पर जोर दें, राजनीतिक क्षेत्र उचित अधिकार की मांग करें.’

प्रियंका गांधी वाड्रा ने का कि चुनाव विकास के मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए; उप्र में कांग्रेस ने नकारात्मक बयानबाजी में शामिल होने से परहेज किया है.

यूपी में पहले चरण के मतदान को लेकर प्रियंका ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों के प्रति भाजपा सरकार का शत्रुतापूर्ण रवैया उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में चुनाव परिणाम निर्धारित करने में महत्वपूर्ण फैक्टर होगा.

प्रियंका ने कहा ध्रुवीकरण भाजपा, सपा दोनों को भाता है क्योंकि यह उनके वोट आधार को मजबूत करता है. भाजपा को ध्रुवीकरण का सबसे अधिक फायदा उठाने से रोकने के लिए लोगों को दूसरी तरह की राजनीति का विकल्प देने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि इस विभाजनकारी बयानबाजी से सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को होने की संभावना है और ऐसे में लोगों को दूसरी तरह की ऐसी राजनीति का विकल्प देने की जरूरत है जो समाज को धर्म और जाति के आधार पर न बांटती हो.

उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद और गठबंधन की परिस्थिति पैदा होने पर कांग्रेस इस बारे में विचार करेगी.

इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से महिलाओं को केंद्र में रखे जाने का उल्लेख करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा महिलाएं अपने महत्व और शक्ति को पहचानते हुए राजनीति और चुनावी ताकत बनती हैं तो वो हमारे देश की राजनीति को बदल सकती हैं.

यह पूछे जाने पर कि क्या कृषि कानूनों और लखीमपुर खीरी की घटना का असर उत्तर प्रदेश के चुनाव पर पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि अलग- अलग राजनीतिक दल अलग- अलग मुद्दे उठा रहे हैं, इनमें से कुछ विभाजनकारी मुद्दे हैं जिनका मकसद पूरी बहस को धर्म या जाति के इर्द-गिर्द केंद्रित करने का है.

उनके मुताबिक, ‘यह उत्तर प्रदेश में राजनीति की हकीकत है कि चुनाव इस तरह लड़े जाते हैं और अक्सर जीते जाते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि इसे बदलने की जरूरत है. चुनाव विकास–रोजगार, नौकरियों के सृजन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा के मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए. यह हमारी चर्चा के केंद्र बिंदु होने चाहिए.’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सकारात्मक और प्रगतिशील एजेंडे पर काम कर रही है तथा वह किसी नकारात्मक विमर्श का हिस्सा नहीं है.

उन्होंने सपा पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, ‘आखिरकार, मुझे यह लगता है कि इस ध्रुवीकरण की सबसे बड़ी लाभार्थी भाजपा ही हो सकती है. भाजपा को रोकने के लिए आपको एक ऐसी पार्टी की जरूरत है जो ध्रुवीकरण का एक और हिस्सा बनने के बजाय विमर्श को बदले.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस तरह की राजनीति का जवाब यही है कि विकास के एजेंडे पर ही फिर से ध्यान केंद्रित किया जाए.

उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘80 प्रतिशत बनाम 20 प्रतिशत’ वाले बयान को लेकर हाल ही में खूब चर्चा हुई है तथा सपा प्रमुख अखिलेश यादव के जिन्ना वाली एक टिप्पणी को लेकर भाजपा ने उन्हें घेरा है.

उन्होंने सीएम योगी का टिकट गोरखपुर से किए जाने को लेकर कहा कि मुझे लगता है कि भाजपा नेतृत्व उनका कद कम करने की कोशिश कर रहा है.

प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार शासन करना नहीं जानती.

उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाना होगा कि उनकी पीड़ा की वजह अच्छे शासन का अभाव है और प्रभावी शासन का मतलब ‘इवेंट मैनेजमेंट’ नहीं है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सात चरणों में होगा. पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को और सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होगा. मतगणना 10 मार्च को होगी.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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