नई दिल्ली: प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने मंगलवार को गांधीनगर से चुनावी बिगुल फूंका. प्रियंका गांधी ने गुजरात में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पहली बार जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने इस मौके पर बिना प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए निशाना साधा और कहा कि इससे बड़ी कोई देशभक्ति नहीं कि आप जागरूक बने.
आपकी जागरुकता, आपका वोट एक हथियार है. ये ऐसा हथियार है जिससे किसी को चोट नहीं पहुंचानी है. जो अपनी फितरत की बात करते हैं उन्हें आप बताईए कि देश की फितरत क्या है.हमारी संस्थाएं नष्ट की जा रही हैं, जहां भी देखिये नफरत फैलायी जा रही है. मैं आपसे आग्रह करना चाहती हूं कि इस बार सोच समझकर निर्णय लें. उन्होंने कहा कि आने वाले दो महीनों में बहुत सारे भटकाव और बातें कहीं जाएंगी लेकिन आपको ध्यान रखना है कि आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है.
पूर्वी यूपी की महासचिव बनाए जाने के बाद प्रियंका गांधी पहली बार किसी जनसभा को संबोधित कर रही थीं. अपने छोटे से भाषण में प्रियंका ने देशवासियों को अपने मत का प्रयोग समझदारी से करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सही मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट कीजिए. क्योंकि आप इस चुनाव के जरिए अपना और देश का भविष्य चुनने जा रहे हैं. मत भूलिए कि इस चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण हैं रोजगार, किसान और महिला सुरक्षा.
प्रियंका ने कहा कि पांच साल पहले आपसे वादा किया गया था कि 2 करोड़ रोजगार का, उसका क्या हुआ? आपके एकाउंट में 15 लाख रुपये आने का भी वादा किया गया था, महिलाओं से उनकी सुरक्षा की बात कही गई थी, लेकिन क्या हुआ?
इस चुनाव में कई सारी भटकाव वाली बातें उठाई जाएंगी लेकिन आपको यहां बात करनी है कि आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है. किससे आप आगे बढ़ सकते हैं और कौन आपको आगे बढ़ा सकता है. किस तरह से युवाओं को नौकरी मिलेगी, महिलाएं कैसे सुरक्षित महसूस करेंगी. किसानों के लिए कौन से कदम उठाए जाएंगे और यही चुनाव का मुख्य मुद्दा होना चाहिए.
इसके बाद प्रियंका ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि गांधी की आवाज प्रेम सद्भावना और अहिंसा की आवाज थी. यहां से यही आवाज उठनी चाहिए. देश की फितरत क्या है- ज़र्रे-जर्रे में सच्चाई होगी और नफ़रत की हवाओं को प्रेम और करुणा में बदलेंगे. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई आजादी की लड़ाई से कम नहीं है.
अब चौकीदार कहने के बाद कुछ कहने की जरूरत नहीं- राहुल
प्रियंका के बाद राहुल गांधी ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए जमकर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी यह नहीं बताना नहीं चाहते कि उन्होंने किसान के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने पिछले पांच सालों में उनका कर्ज माफ नहीं किया, उनकी बात नहीं की. वहीं उन्होंने रोजगार के लिए कुछ नहीं किया. करोड़ों युवा बेरोजगार हैं.
उसके बाद राहुल ने मजाकिया अंदाज में कहा कि ‘अब चौकीदार कहने के बाद कुछ कहने की जरूरत नहीं है लोग खुद ही उसके आगे चोर है जोर देते हैं.’ राहुल ने इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के मामलों को भी उठाया और कहा कि देश के इतिहास में पहलीबार हुआ है जब 4 सर्वोच्च न्यायालय के जज मीडिया में गए और कहा कि उन्हें काम करने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोग सुप्रीम कोर्ट जाते हैं इंसाफ के लिए लेकिन आज के हिंदुस्तान में सुप्रीम कोर्ट के जज लोगों के पास पहुंच रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने जनसभा में अनिल अंबानी, राफेल और भ्रष्टाचार को भी मुद्दा बनाया. पूरे मामले में मोदी सरकार और अनिल अंबानी को भ्रष्टाचार से जोड़ा. उन्होंने कहा कि राफेल मामले में पीएम मोदी एयरफोर्स की तारीफ तो करते हैं लेकिन एयरफोर्स के खाते से 30,000 करोड़ रुपये निकालकर अनिल अंबानी को दे दिए.राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि वह भ्रष्टाचार से लड़ेंगे लेकिन उन्होंने एयरफोर्स के शहीदों के पैसे अनिल अंबानी की झोली में डाल दिए.
राहुल ने मसूद अजहर, पुलवामा हमले पर भी बीजेपी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि वह डोवाल जो आज देश के नेशनल सिक्योरिटी देख रहे हैं उन्होंने ही देश से पाकिस्तान भेजा था.