नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है, जो उनकी ‘असफलता’ को दर्शाता है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘कांग्रेस को राज्यों में महागठबंधन के हिस्से के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है, इसलिए परिवार में एक बैसाखी की तलाश की गई है. प्रियंका जो उनके (राहुल के) परिवार से हैं, उनके लिए एक बैसाखी की तरह हैं. संबित पात्रा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के बीच यही बुनियादी अंतर है.
उन्होंने कहा, ‘भाजपा के लिए पार्टी परिवार है जबकि कांग्रेस के लिए परिवार ही पार्टी है. सभी चयन केवल एक ही परिवार से किए जाते हैं. कहीं राहुल फेल हो गए..तो नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के बाद अगला कौन होगा? केवल एक परिवार! नया भारत यह सवाल पूछ रहा है.’
पात्रा की यह टिप्पणी राहुल गांधी द्वारा बुधवार को प्रियंका गांधी को पार्टी महासचिव पूर्वी उत्तर प्रदेश इंचार्ज के रूप में नियुक्त करने की घोषणा के बाद आई है. वह फरवरी के पहले सप्ताह में कार्यभार संभालेंगी.
RS Prasad: Priyanka Ji has become General Secy, my good-luck to her. Since party is a family concern, these kinds of postings are nothing unusual, except to say with a caveat, why she has been given limited role of only Eastern UP? Perhaps her persona merited a wider role for her pic.twitter.com/pIMlqsDhE4
— ANI (@ANI) January 23, 2019
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रियंका को महासचिव बनाये जाने पर मेरी उन्हें शुभकामनायें. पार्टी को एक ही परिवार चला रहा है, इस तरह की नियुक्ति कोई आश्चर्य नहीं. लेकिन मसला यह है कि उनको सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी क्यों बनाया गया है, जबकि उनकी शख्सियत उनके लिए उससे कहीं ज्यादा बड़ी भूमिका के लायक है.’
Union Min. Harsimrat Kaur Badal: It’s a stamp by Congress & Rahul Gandhi on his utter failure,the fact that no ‘gathbandhan’ is wanting to shake hands with Congress in any state,they were becoming irrelevant,they had to play this Eastern UP card,to insure Rahul & Sonia Ji’s seats pic.twitter.com/ejm4Zl3r1L
— ANI (@ANI) January 23, 2019
यूनियन मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह कांग्रेस की मुहर है कि राहुल गांधी पूरी तरह असफल हो चुके हैं, सच्चाई यह है कि किसी भी राज्य में कोई गठबंधन उनसे हाथ मिलाने को तैयार नहीं है, वे अप्रासंगिक हो चुके हैं. वह ईस्टर्न यूपी कार्ड राहुल और सोनिया की सीट बचाने के लिए कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया है. प्रियंका लंबे समय से पार्टी में सक्रिय रही हैं. आम चुनाव से ठीक पहले उन्हें दी गई इस जिम्मेदारी को पार्टी के लोग इसे कांग्रेस की खास रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं. वह समय-समय पर रायबरेली और अमेठी की सीट पर चुनाव प्रचार से लेकर पार्टी का कार्यभार देखती रही हैं. वह फरवरी के पहले सप्ताह से पार्टी का कार्यभार संभाल लेंगी. वहीं पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है.