नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंबे समय बाद अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि राम मंदिर पर अध्यादेश पर तभी विचार किया जा सकता है जब कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाए. उन्होंने कहा कि कोर्ट में न्यायिक प्रक्रिया को धीमा किया जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं.
एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश को दिए इंटरव्यू में मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक, राम मंदिर, आगामी लोकसभा चुनाव समेत कई विषयों पर अपने विचार रखे हैं.
राम मंदिर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘हमने भाजपा के घोषणापत्र में कहा था कि इस मुद्दे का हल कानूनी दायरे में ही होगा.’ उन्होंने कहा, ‘न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने दीजिए. न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार के रूप में जो भी हमारी जिम्मेदारी होगी, हम सारे प्रयास करने को तैयार हैं.’
क्या 2019 का चुनाव मोदी बनाम अन्य के बीच लड़ा जाएगा, इस सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चुनाव ‘जनता बनाम गठबंधन के बीच होने जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि मोदी केवल लोगों के प्रेम और आशीर्वाद की अभिव्यक्ति है.
नोटबंदी के बारे में पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘यह कोई झटका नहीं था. हमने लोगों को एक साल पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर आपके पास ऐसा (काला) धन है, तो आप इसे जमा करा सकते हैं, आप जुर्माना दीजिए और आपकी मदद की जाएगी. जबकि, उन्होंने सोचा कि मोदी भी बाकी लोगों की तरह ही पेश आएंगे, इसलिए बहुत कम लोग खुद से आगे आए.’
रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘उन्होंने स्वयं ही निजी कारणों के चलते इस्तीफे की पेशकश की थी. मैं यह खुलासा पहली बार कर रहा हूं कि वे पिछले 6-7 महीने से इस्तीफे के लिए बोल रहे थे. यहां तक कि उन्होंने लिखित में दिया था. राजनीतिक दबाव का कोई सवाल ही नहीं उठता. आरबीआई गवर्नर के रूप में उन्होंने बेहतर काम किया.’
उन्होंने गांधी परिवार पर भी जमकर हमला बोला. सर्जिकल स्ट्राइक और उसके बाद भी सीमा पर गोलीबारी के मसले पर उन्होंने कहा, ‘एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा, यह सोचना बहुत बड़ी गलती होगी. पाकिस्तान को सुधारने में और समय लगेगा.’