scorecardresearch
Sunday, 3 November, 2024
होमराजनीतिनमो-नमो से गूंजा कोलंबो स्थित इंडिया हाउस, पीएम मोदी बोले- श्रीलंका के साथ खड़ा है भारत

नमो-नमो से गूंजा कोलंबो स्थित इंडिया हाउस, पीएम मोदी बोले- श्रीलंका के साथ खड़ा है भारत

आजादी के बाद देश में हुए लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा मतदान इस चुनाव में हुआ है. देश के इतिहास में पहली बार इस चुनाव में पहली बार महिलाओं ने सबसे ज्यादा मतदान किया है.

Text Size:

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को श्रीलंका दौरे पर हैं. जब वह देश की राजधानी कोलंबों में भारतीयों को संबोधित करने पहुंचे तो वहां भारतीयों ने उनका न केवल गर्मजोशी से स्वागत किया वहीं पीएम भी गर्मजोशी से लोगों से हाथ मिलाते नजर आए. इस दौरान वहां नमो-नमो के नारे भी लगे.

पीएम ने इस दौरान भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत का गौरव बढ़ाने में, भारत के प्रति दुनिया का सकारात्मक ख्याल तैयार करने में विश्व में रह रहे भारतीयों ने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है.’ आज पूरे विश्व का भारत को देखने का नजरिया बदला है.

पीएम मोदी, श्रीलंका में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आजादी के बाद देश में हुए लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा मतदान इस चुनाव में हुआ है. देश के इतिहास में पहली बार इस चुनाव में पहली बार महिलाओं ने सबसे ज्यादा मतदान किया है. 130 करोड़ देशवासियों का कल्याण यही सरकार का लक्ष्य होता है और यही सरकार की जिम्मेदारी होती है.

हमें देश को आगे ले जाना है, देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए प्रयास करना है.

एक दिनी यात्रा पर श्रीलंका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ईस्टर के दिन हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘आतंक के कायरतापूर्ण कृत्य श्रीलंका के जोश व जज्बे (स्पिरिट) को नहीं हरा सकते.’

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने रविवार को इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवाद एक साझा खतरा है, जिसके लिए सामूहिक व लक्षित कार्रवाई की जरूरत है.

मालदीव से यहां पहुंचने और सिरिसेना के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद मोदी ने ट्वीट कर यह कहा. मोदी ने कहा कि 10 दिनों में सिरिसेना के साथ उनकी यह दूसरी मुलाकात है.

भारतीय नेता ने कहा, ‘राष्ट्रपति सिरिसेना और मैं सहमत है कि आतंकवाद एक साझा खतरा है, जिसके लिए सामूहिक व लक्षित कार्रवाई की जरूरत है.’

उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका के साथ एक साझा, सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए साझेदारी करने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया.’

इससे पहले, मोदी ने 21 अप्रैल को आत्मघाती हमलावरों द्वारा निशाना बनाए गए श्रीलंका के आठ स्थानों में से एक का दौरा किया. इन आत्मघाती हमलों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे. मोदी रविवार को एक दिवसीय दौरे पर श्रीलंका पहुंचे.

मोदी ने ट्वीट किया, ‘मुझे विश्वास है कि श्रीलंका फिर से उठेगा. आतंक के कृत्य श्रीलंका की भावना को नहीं हरा सकते. भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है.’

मालदीव से यहां पहुंचे मोदी का उनके श्रीलंकाई समकक्ष रानिल विक्रमसिंघे ने औपचारिक रूप से स्वागत किया. मोदी ने ईस्टर के दिन हमले का निशाना बने स्थलों में से एक सेंट एंथनी चर्च से अपनी श्रीलंका यात्रा शुरू की. पीएम मोदी ने कहा, ‘मृतकों के परिवारों और घायलों के प्रति मेरी संवेदना है.’

मोदी 21 अप्रैल को हुए भयानक आतंकवादी हमले के बाद श्रीलंका का दौरा करने वाले पहले विदेशी नेता हैं, जिसमें 250 से अधिक लोग मारे गए थे.

भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यालय ने मोदी की यात्रा को एक महत्वपूर्ण पड़ोसी के साथ दोस्ती के मजबूत बंधन के रूप में वर्णित किया.

मोदी ने अपने स्वागत समारोह के बाद ट्वीट किया, ‘फिर से श्रीलंका आकर खुश हूं. चार साल में इस खूबसूरत द्वीप की यह मेरी तीसरी यात्रा है. श्रीलंका के लोगों द्वारा दिखाई गई गर्मजोशी को महसूस करता हूं. भारत जरूरत की घड़ी में अपने दोस्तों को कभी नहीं भूलता. औपचारिक स्वागत से अभिभूत हूं.’

फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने मोदी ने पहले विदेशी दौरे में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलीह के निमंत्रण पर शनिवार को मालदीव का दौरा किया.

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने उन्हें श्रीलंका आमंत्रित किया था.

पीएम मोदी ने सिरीसेना के साथ बातचीत आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर बात की. बाद में, पूर्व राष्ट्रपति व विपक्ष के नेता महिंदा राजपक्षे और तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) का एक प्रतिनिधिमंडल भारतीय नेता से भी मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने वहां प्रांगण में पौधा भी लगाया.

नई दिल्ली लौटने से पहले मोदी तिरुपति मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे.

(आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)

share & View comments